जयपुर। पहाड़ी राज्यों में हुई बर्फबारी का असर अब राजस्थान में भी दिखने लगा है। इस बार सर्दी ने प्रदेश में समय से पहले दस्तक दे दी है। कई शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। वहीं, सीकर, फतेहपुर और नागौर जैसे शहर जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के प्रसिद्ध पर्वतीय स्टेशनों शिमला, मसूरी और जम्मू से भी ज्यादा ठंडे हो गए हैं।
मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार, राज्य में आने वाले कुछ दिनों तक इसी तरह की सर्दी बनी रहने की संभावना है। विभाग ने सीकर जिले में अगले चार दिन और टोंक जिले में एक दिन के लिए कोल्ड वेव (शीतलहर) का येलो अलर्ट जारी किया है।
पिछले 24 घंटे में सबसे ठंडा स्थान फतेहपुर रहा, जहां न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री सेल्सियस मापा गया। सीकर में तापमान 7.5 डिग्री और नागौर में 8.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। सुबह और शाम इन इलाकों में हल्की शीतलहर महसूस की गई।
दिलचस्प बात यह है कि राजस्थान के ये शहर हिमाचल के शिमला (8.4), मंडी (8.8), उत्तराखंड के मसूरी (8), देहरादून (11.8) और जम्मू-कश्मीर के जम्मू (11.4) व कटरा (10.4) से भी ज्यादा ठंडे रहे।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, आमतौर पर राज्य में इतनी ठंड 20 नवंबर के बाद महसूस होती है, लेकिन इस बार तापमान सामान्य से दाे से छह डिग्री सेल्सियस तक नीचे रहा है। सुबह और शाम की ठिठुरन के बीच दिन में धूप राहत दे रही है। मंगलवार को प्रदेश का अधिकतम तापमान 32.6 डिग्री सेल्सियस बाड़मेर में रहा। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले एक सप्ताह तक राजस्थान का मौसम साफ रहेगा। इस दौरान न्यूनतम तापमान में दाे से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है। विभाग ने 12 नवंबर को सीकर और टोंक जिलों में शीतलहर चलने का येलो अलर्ट जारी किया है।
You may also like

टीम इंडिया के स्पिनर्स से पहले इस गेंदबाज से बचना होगा... साउथ अफ्रीका के लिए बड़ी टेंशन, तहस-नहस कर देगा ये बॉलर

Today's Chanakya Bihar Exit Poll 2025: टुडे चाणक्य के एग्जिट पोल में भी नीतीश कुमार की वापसी, तेजस्वी को बड़ा झटका, देखें किसे कितनी सीट

नेत्र तर्पण: आंखों को आराम देने का प्रभावी तरीका, थकान, दर्द और जलन हो जाती है गायब

गलती से च्युइंगमˈ निगल ली तो क्या होगा? फट पड़ेगा पेट या बाहर निकलेगी सलामत? जानिए सच्चाई जो सबको चौंका देगी!﹒

नीना गुप्ता को पसंद आए केंद्रीय मंत्री के विचार, बोलीं-वरिष्ठ नागरिकोंं को बूढ़ा नहीं जेन जी प्लस कहें





