Next Story
Newszop

थार मरुस्थल सिर्फ टूरिस्ट डेस्टिनेशन नहीं यहां छुपे हैं भारत के सबसे खतरनाक जानवर, वायरल फुटेज में जानिए कौन हैं ये रेत के शिकारी

Send Push

थार मरुस्थल का नाम सुनते ही ज़हन में रेत के विशाल टीलों, ऊंट की सवारी, रंग-बिरंगे घाघरे और लोकगीतों की गूंज का चित्र बनता है। यहां हर साल लाखों टूरिस्ट राजस्थानी संस्कृति और प्राकृतिक अद्भुतता को देखने आते हैं। लेकिन इस सुनहरी रेत के नीचे एक ऐसी दुनिया भी छुपी हुई है, जो रोमांच से भरपूर तो है ही, साथ ही बेहद खतरनाक भी है। जी हां, थार का रेगिस्तान न सिर्फ संस्कृति का केंद्र है बल्कि कई विषैले और जानलेवा जीवों का घर भी है, जिनके बारे में जानकर आप भी चौंक जाएंगे।थार भारत के सबसे बड़े और घने मरुस्थलों में से एक है, जो राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और गुजरात के कुछ हिस्सों में फैला हुआ है। यहां तापमान का उतार-चढ़ाव बेहद तीव्र होता है, जो जीवों के अनोखे विकास का कारण भी बनता है। यहां के जीव-जंतु समय के साथ इतने अनुकूल हो चुके हैं कि ये गर्मी, सूखा और बेहद कम जल संसाधनों में भी जीवित रह सकते हैं — और कुछ तो इतने खतरनाक हैं कि ज़रा सी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है।


1. करैत (Common Krait) – चुपके से मारने वाला ज़हरीला सांप
थार मरुस्थल में करैत सांप की उपस्थिति एक गंभीर चिंता का विषय है। यह सांप रात के समय ज्यादा सक्रिय होता है और अक्सर रेत में छिपा होता है। इसकी खास बात है कि यह काटते समय कोई दर्द नहीं देता, लेकिन इसका ज़हर तंत्रिका तंत्र पर बेहद घातक प्रभाव डालता है। इलाज में देर होने पर मृत्यु भी संभव है।

2. स्कॉर्पियन (बिच्छू) – छोटा पर घातक
थार में पाए जाने वाले रेड इंडियन स्कॉर्पियन को एशिया का सबसे जहरीला बिच्छू माना जाता है। यह छोटा जीव रेत के भीतर छिपा होता है और इंसान के स्पर्श मात्र से हमला कर सकता है। इसके डंक से तेज दर्द, उल्टी, सांस की तकलीफ और दिल की गति में रुकावट तक हो सकती है। बच्चों और बुजुर्गों के लिए इसका ज़हर घातक साबित हो सकता है।

3. रेगिस्तानी मॉनिटर लिज़र्ड – ताकतवर शिकारी
हालांकि मॉनिटर लिज़र्ड आम तौर पर इंसानों से बचने की कोशिश करता है, लेकिन जब यह हमला करता है तो इसके पंजे और दांत गंभीर चोट पहुंचा सकते हैं। यह शिकार को फुर्ती से पकड़कर मारने की क्षमता रखता है। थार के ग्रामीण क्षेत्रों में इसे देखने की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे लोग सावधानी बरतते हैं।

4. ब्लैक कोबरा – खतरा जो दिखाई नहीं देता
ब्लैक कोबरा थार के कुछ इलाकों में पाया जाता है, खासतौर पर बीकानेर और जैसलमेर ज़िले में। यह सांप बेहद फुर्तीला और आक्रामक होता है। ज़रा सी चूक पर यह हमला कर सकता है और इसके ज़हर का असर कुछ ही मिनटों में दिखने लगता है। स्थानीय लोग इसे देवता का रूप मानते हैं, पर खतरा असली होता है।

5. रेत में रहने वाला जहरीला कीड़ा (Sandworm Type Insects)
थार में कई ऐसे कीड़े पाए जाते हैं जो सामान्य तौर पर दिखते नहीं हैं लेकिन उनके काटने से त्वचा में जलन, सूजन और गंभीर एलर्जी हो सकती है। कुछ मामलों में ये कीड़े संक्रमित घावों का कारण भी बनते हैं। विदेशी टूरिस्ट अक्सर इनके संपर्क में आने से बीमार हो जाते हैं।

6. बंगाल मॉनिटर और लोमड़ी – अप्रत्याशित हमलावर
हालांकि ये जानवर आम तौर पर इंसानों से दूरी बनाए रखते हैं, लेकिन भोजन की तलाश में ये बस्तियों तक आ सकते हैं। खासतौर पर गर्मियों में, जब पानी और भोजन की कमी होती है, इनका व्यवहार आक्रामक हो सकता है।

7. जंगली सुअर (Wild Boar) – जंगल का खतरनाक राही
थार के कई जंगल क्षेत्रों में जंगली सुअरों की संख्या बढ़ रही है। ये जानवर बेहद आक्रामक होते हैं और अक्सर खेतों में नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ इंसानों पर भी हमला कर देते हैं। इनके दांत और दौड़ने की रफ्तार दोनों ही जानलेवा हो सकते हैं।

पर्यटकों के लिए चेतावनी और सुझाव:
अगर आप थार घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो इन बातों का खास ध्यान रखें:
खुले पैरों में रेगिस्तान में न चलें, खासकर रात में।
टेंट या कैम्पिंग करते समय अपने आस-पास का क्षेत्र अच्छे से जांच लें।
किसी भी जीव को छेड़ने या छूने की गलती न करें।
सांप या बिच्छू दिखे तो स्थानीय प्रशासन या गाइड को तुरंत सूचित करें।
एंटी-वेनम और फर्स्ट एड किट साथ रखें।

थार मरुस्थल सिर्फ रंग-बिरंगे मेलों और लोककला का घर नहीं है, बल्कि यह जीव-जंतुओं की एक खतरनाक और रहस्यमयी दुनिया भी है। यहां की रेत के नीचे छुपे हैं कई ऐसे प्राणी, जो न सिर्फ पर्यावरण को संतुलित रखते हैं, बल्कि इंसान के लिए खतरा भी बन सकते हैं। अगर आप सही जानकारी और सतर्कता के साथ यात्रा करें, तो थार आपको रोमांच, सौंदर्य और रहस्य तीनों का अद्भुत संगम देगा।

Loving Newspoint? Download the app now