राजस्थान में तबादलों पर पूरी तरह से रोक लगी हुई है। इस रोक के दौरान शिक्षा विभाग ने सोमवार रात 4,527 प्रधानाचार्यों के तबादले कर दिए। सूत्रों के अनुसार, प्रधानाचार्यों के तबादलों को लेकर लंबे समय से चर्चा चल रही थी। विधानसभा सत्र से ठीक पहले, विधायकों और सांसदों ने मुख्यमंत्री भजनलाल से बातचीत के दौरान शिक्षा विभाग में तबादलों का मुद्दा उठाया था। तबादलों को लेकर मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के बीच कई दौर की चर्चा भी हुई थी।
प्रशासनिक सुधार विभाग मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को फाइल भेजता है
आखिरकार, सोमवार रात प्रधानाचार्यों की तबादला सूची जारी कर दी गई। राज्य में लगभग 13,000 प्रधानाचार्य हैं। तबादलों पर रोक के दौरान, यदि विभाग को तबादले करने की आवश्यकता होती है, तो वह फाइल प्रशासनिक सुधार विभाग को भेजता है। प्रशासनिक सुधार विभाग फाइल मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को भेजता है। वहां से अनुमोदन मिलने के बाद ही तबादले किए जा सकते हैं।
रिक्त पदों पर नियुक्तियाँ
करीब डेढ़ साल बाद, विभाग ने प्रधानाचार्यों की तबादला सूची जारी कर दी है। राज्य में लगभग 19,000 प्रधानाचार्यों के स्वीकृत पद हैं। इनमें से लगभग 4,000 पद रिक्त थे। विभाग ने रिक्त पदों को भरने के लिए प्रधानाचार्यों की नियुक्ति भी कर दी है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि स्कूलों में रिक्त पदों पर नियुक्ति हो। इसके अलावा, रोक के बावजूद शिक्षा विभाग द्वारा जारी की गई बड़ी तबादला सूची ने भी काफी चर्चा बटोरी है।
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