मेनार वेटलैंड कॉम्प्लेक्स में दो प्रमुख झीलें ब्रह्मा और ढांढ के साथ-साथ कई छोटे-बड़े तालाब भी शामिल हैं। हर सर्दियों में यह इलाका करीब 200 प्रजातियों के प्रवासी और स्थानीय पक्षियों का आवास बन जाता है। हाल ही में बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी और राजस्थान वन विभाग द्वारा की गई पक्षी गणना में हिमालयन वल्चर, इजिप्शियन वल्चर, सिनेरियस वल्चर, फेरुजिनस पोचार्ड, डेलमेटियन पेलिकन, एशियन वूली नेक्ड स्टॉर्क और ब्लैक-टेल्ड गॉडविट जैसे दुर्लभ पक्षियों की मौजूदगी की पुष्टि हुई है।
इस अद्भुत जैव विविधता के पीछे स्थानीय समुदाय की सदियों पुरानी संरक्षण परंपरा है। यहां शिकार और मछली पकड़ने पर पूरी तरह प्रतिबंध है। तालाबों के शांत पानी को भी नहीं छेड़ा जाता, ताकि पक्षियों का प्राकृतिक वातावरण बना रहे।स्थानीय निवासी उमेश मेनारिया कहते हैं, ये झीलें बारिश और खेतों से बहने वाले पानी से बनती हैं। हम इनसे पानी नहीं निकालते, क्योंकि यह पक्षियों और मवेशियों के लिए होता है। वर्ष 2023 में इस वेटलैंड परिसर को कानूनी संरक्षण भी मिल गया, जिसमें भूमि उपयोग में परिवर्तन पर रोक लगा दी गई।
कुछ ग्रामीणों को डर है कि इससे उनकी पारंपरिक चराई और मिट्टी निकालने की आजादी प्रभावित हो सकती है। वहीं, ग्राम पंचायत ने खेरोदा वेटलैंड के पास प्रस्तावित 765 केवी ग्रिड स्टेशन पर भी आपत्ति जताई है।पक्षी प्रेमी और शिक्षक दर्शन मेनारिया ने पिछले सालों में यहां प्रजातियों की पहचान और उनका दस्तावेजीकरण शुरू किया। उनका कहना है कि जब आप किसी पक्षी को पहचानने लगते हैं, तो वह सिर्फ एक प्राणी नहीं रह जाता, उसकी पहचान बन जाती है। मेनार अब सिर्फ एक गांव नहीं रह गया है, बल्कि एक मिसाल बन गया है, जहां प्रकृति और इंसान मिलकर जैव विविधता को संरक्षित कर रहे हैं।
इस गांव की खासियत यह भी है कि यहां के ग्रामीण खुद ही इन विदेशी पक्षियों की देखभाल करते हैं। किसी भी शिकारी को इस क्षेत्र में प्रवेश की इजाजत नहीं है। ग्रामीणों ने अपने स्तर पर गांव के युवाओं की अलग-अलग टीमें बनाई हैं, जो तालाब के अलग-अलग हिस्सों में इन पक्षियों की देखभाल करते हैं। यही वजह है कि यहां आने वाले विदेशी पक्षियों की संख्या में हर साल इजाफा हो रहा है।
You may also like
Indusland Bank में 3 महीने से चल रहा था गड़बड़ झाला, अब खुलासे में 150 करोड़ तक की घोटाले की पुष्टि...
'एक देश, एक नीति' के साथ चीन-अफ्रीका सहयोग के लिए 'दस साझेदार कार्यवाहियां'
भाजपा की लोकप्रियता बढ़ने से घबरा गई कांग्रेस : प्रकाश एस राघवचार
महाराष्ट्र में औसत से अधिक बारिश की संभावना, किसानों के लिए बीज-उर्वरक और ऋण की व्यवस्था: सीएम फडणवीस
'ऑपरेशन सिंदूर' पर खड़गे का बयान देश की गरिमा के खिलाफ : अश्वथ नारायण