जयपुर-अजमेर हाईवे पर मोखमपुरा पुलिया के पास सुबह 8:20 बजे केमिकल से भरा टैंकर पलट गया। तेज धमाके के साथ टैंकर में आग लग गई। टैंकर को आग की लपटों में घिरा देख पीछे चल रहे वाहन चालक अपने वाहन रोककर भाग निकले। वाहन चालकों ने बताया कि आग इतनी भीषण थी कि टैंकर चालक राजेंद्र को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला। हादसे का शिकार टैंकर चालक राजेंद्र यादव (42) निवासी गाजीपुर मोहम्मदाबाद (यूपी) सूरत के हजीरा पोर्ट से भिवाड़ी जा रहा था।
दो घंटे में आग पर काबू
सूचना मिलने पर मोखमपुरा थानाधिकारी संजय मीना के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची। एक दर्जन दमकलों ने मौके पर पहुंचकर पानी फेंकना शुरू किया। हाईवे के दोनों ओर यातायात रोक दिया गया। कई यात्री घंटों जाम में फंसे रहे। पुलिस ने यातायात को वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट कर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। ढाई घंटे बाद हाईवे पर यातायात सामान्य हो सका।
बैरियर लगाकर रोके वाहन
टैंकर में आग लगने के बाद पुलिस ने महला में बैरियर लगाकर जयपुर से अजमेर जाने वाले वाहनों को रोक दिया। कई वाहन चालक दूसरे रास्तों से जाते नजर आए। हादसे की सूचना मिलने पर अतिरिक्त जिला कलक्टर गोपाल परिहार, एसडीएम बलबीर सिंह, एएसपी शिवलाल बैरवा, डिप्टी दीपक खंडेलवाल मौके पर पहुंचे। आपदा प्रबंधन टीम को भी मौके पर बुलाया गया। प्रारंभिक जांच में पता चला कि टैंकर में भरा मेथेनॉल अत्यधिक ज्वलनशील था, जिसके कारण आग तेजी से फैली।
सुरक्षा पर सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर खतरनाक रसायन ले जाने वाले वाहनों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ज्वलनशील पदार्थ ले जाने वाले टैंकरों के लिए सख्त नियम और नियमित जांच जरूरी है। पुलिस ने हादसे की जांच के लिए विशेष टीम गठित की है, जो पता लगाएगी कि टैंकर अनियंत्रित क्यों हुआ और सुरक्षा मानकों का पालन किया गया या नहीं।
अजमेर रोड पर 20 दिन में तीसरा हादसा
अजमेर रोड पर बीस दिन में गैस लीकेज के तीन हादसे हो चुके हैं, लेकिन गनीमत रही कि इन हादसों ने पिछले साल दिसंबर में भांकरोटा डीपीएस गैस टैंकर अग्निकांड का रूप नहीं लिया। 5 जून की रात को भांकरोटा स्थित डीपीएस कट पर टोरेंट कंपनी की सीएनजी गैस के 60 सिलेंडरों से भरे ट्रक से गैस लीक हो गई थी। लीकेज की खबर से हाईवे पर हड़कंप मच गया था। 7 जून को दूदू थाना क्षेत्र में दूदू और गिदानी के बीच एलपीजी गैस से भरे टैंकर में गैस लीक हो गई थी। टैंकर में 17 टन एलपीजी थी। समय रहते चालक की हिम्मत से बड़ा हादसा टल गया था। बुधवार को मोखमपुरा के पास गैस टैंकर में आग लगने से चालक जिंदा जल गया था। लगातार हो रहे हादसे 20 दिसंबर को हुए अग्निकांड की याद दिला रहे हैं।
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