दिग्गज टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट एक बार फिर बड़े पैमाने पर छंटनी करने वाली है. इस बार कंपनी ने 9,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की घोषणा की है. जो ग्लोबल वर्कफोर्स का लगभग 4% है. यह कदम कंपनी की एफिशिएंसी बढ़ाने और ऑटोमेशन को बढ़ावा देने की रणनीति का हिस्सा है. चलिए जानते हैं कि माइक्रोसॉफ्ट के इस लेऑफ का सबसे बड़ा असर किस डिपार्टमेंट पर पड़ेगा. माइक्रोसॉफ्ट का 80 अरब डॉलर का भारी-भरकम निवेश आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इंफ्रास्ट्रक्चर पर केंद्रित है.
माइक्रोसॉफ्ट में छंटनीइस साल कंपनी की यह तीसरी सबसे बड़ी छंटनी होने जा रही है. माइक्रोसॉफ्ट ने घोषणा की है कि वह अपने वैश्विक कार्यबल से लगभग 9,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने वाली है. इसके पहले मई में 6,000 और जून में 305 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा चुका है. साल 2024 की शुरुआत से लेकर अब तक माइक्रोसॉफ्ट ने 15,000 से अधिक लोगों को नौकरी से निकाल दिया है. यह छंटनी एक्सबॉक्स डिवीजन, सेल्स टीम और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों को प्रभावित कर रही है.
कंपनी दे रही एआई और ऑटोमेशन पर जोरमाइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने साल 2025 की शुरुआत में कहा था कि कंपनी के कुछ प्रोजेक्ट्स में 20-30% कोड अब एआई द्वारा लिखा जा रहा है. कंपनी ने एआई इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य के लिए लगभग 80 अरब डॉलर इन्वेस्टमेंट की प्लानिंग की है. ताकि Azure क्लाउड प्लेटफॉर्म और एआई टूल्स जैसे कोपायलट को और मजबूत किया जाए. लेकिन कंपनी का यह निवेश कर्मचारियों की नौकरी पर भारी पड़ रहा है. सॉफ्टवेयर इंजीनियर जो पहले कोडिंग और प्रोडक्ट डेवलपमेंट का काम करते थे उनकी नौकरियां पर भारी असर हो रहा है.
सॉफ्टवेयर इंजीनियर पर सबसे ज्यादा असर पिछली बार की तरह इस बार भी सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरियों पर सबसे ज्यादा असर होगा. कंपनी के द्वारा पहले ही यह कहा जा चुका है कि यह छंटनी कर्मचारियों के प्रदर्शन के आधार पर नहीं बल्कि संगठनात्मक पुनर्गठन से जुड़ी हुई है. छंटनी के बावजूद माइक्रोसॉफ्ट की वित्तीय स्थिति मजबूत बनी हुई है. कंपनी ने हालिया तिमाही में 25.8 अरब डॉलर का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया, जो पिछले साल की तुलना में 18% की वृद्धि दर्शाता है.
माइक्रोसॉफ्ट में छंटनीइस साल कंपनी की यह तीसरी सबसे बड़ी छंटनी होने जा रही है. माइक्रोसॉफ्ट ने घोषणा की है कि वह अपने वैश्विक कार्यबल से लगभग 9,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने वाली है. इसके पहले मई में 6,000 और जून में 305 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा चुका है. साल 2024 की शुरुआत से लेकर अब तक माइक्रोसॉफ्ट ने 15,000 से अधिक लोगों को नौकरी से निकाल दिया है. यह छंटनी एक्सबॉक्स डिवीजन, सेल्स टीम और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों को प्रभावित कर रही है.
कंपनी दे रही एआई और ऑटोमेशन पर जोरमाइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने साल 2025 की शुरुआत में कहा था कि कंपनी के कुछ प्रोजेक्ट्स में 20-30% कोड अब एआई द्वारा लिखा जा रहा है. कंपनी ने एआई इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य के लिए लगभग 80 अरब डॉलर इन्वेस्टमेंट की प्लानिंग की है. ताकि Azure क्लाउड प्लेटफॉर्म और एआई टूल्स जैसे कोपायलट को और मजबूत किया जाए. लेकिन कंपनी का यह निवेश कर्मचारियों की नौकरी पर भारी पड़ रहा है. सॉफ्टवेयर इंजीनियर जो पहले कोडिंग और प्रोडक्ट डेवलपमेंट का काम करते थे उनकी नौकरियां पर भारी असर हो रहा है.
सॉफ्टवेयर इंजीनियर पर सबसे ज्यादा असर पिछली बार की तरह इस बार भी सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरियों पर सबसे ज्यादा असर होगा. कंपनी के द्वारा पहले ही यह कहा जा चुका है कि यह छंटनी कर्मचारियों के प्रदर्शन के आधार पर नहीं बल्कि संगठनात्मक पुनर्गठन से जुड़ी हुई है. छंटनी के बावजूद माइक्रोसॉफ्ट की वित्तीय स्थिति मजबूत बनी हुई है. कंपनी ने हालिया तिमाही में 25.8 अरब डॉलर का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया, जो पिछले साल की तुलना में 18% की वृद्धि दर्शाता है.
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