बेस्टसेलिंग बुक 'रिच डैड पुअर डैड' के लेखक और पॉपुलर फाइनेंशियल एजुकेटर रॉबर्ट कियोसाकी ने एक बार फिर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर गोल्ड को लेकर बड़ा दावा किया है. उन्होंने अमेरिकी बॉन्ड नीलामी को विफल बताते हुए इसे 'आर्थिक तबाही का संकेत बताया.कियोसाकी ने X पर लिखा कि गोल्ड $25,000 (करीब ₹2,087,500) तक जाएगा, सिल्वर $70 और बिटकॉइन $5 लाख से लेकर $10 लाख डॉलर तक पहुंचेगा. उनके मुताबिक मौजूदा आर्थिक हालात और कमजोर अमेरिकी फाइनेंशियल सिस्टम के कारण गोल्ड, सिल्वर और बिटकॉइन जैसे एसेट्स में जबरदस्त तेजी देखने को मिल सकती है. यह बयान ऐसे समय में आया है जब दुनियाभर में इंफ्लेशन, डेट और ग्लोबल ग्रोथ को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है. कियोसाकी ने बॉड मार्केट के संकट और ग्लोबव अर्थव्यवस्था के बारे में चिंता जताईकियोसाकी ने हाइपरइन्फ्लेशन, बॉड मार्केट के संकट और ग्लोबव अर्थव्यवस्था के बारे में चिंता जताई. कियोसाकी ने सोशल मीडिया पर लिखा - 'क्या होगा अगर आपने पार्टी दी और कोई नहीं आया? यही हुआ कल,वे US ट्रेजरी के 20 साल के बॉड की नीलामी के बारे में बात कर रहे थे, जिसमें निवेशकों से बहुत कम मांग देखी गई. यह तब हुआ जब US ट्रेजरी को 20 साल के बॉड्स की $16 बिलियन की बिक्री में खरीदार नहीं मिले, जिससे राष्ट्रीय कर्ज और वित्तीय असमंजस को लेकर चिंता बढ़ी, क्योंकि कांग्रेस (अमेरिकी संसद) नए खर्चों पर बहस कर रही थी. इस नीलामी के कमजोर नतीजों के बाद स्टॉक्स और डॉलर की कीमत गिर गई, जबकि US ट्रेजरी यील्ड्स बढ़ गईं, जो वित्तीय स्थिरता के बारे में चिंता को दर्शाती हैं. कियोसाकी ने और विस्तार से बताया- 'फेड ने US बॉंड्स की नीलामी की, और कोई नहीं आया. तो फेड ने अपने ही नकली पैसों से $50 बिलियन खरीद लिया. उन्होंने इसे मौद्रिक अस्थिरता का संकेत बताया. कियोसाकी बोले - अमेरिका लापरवाह पिता की तरह रॉबर्ट कियोसाकी की यह प्रतिक्रिया उस समय आई है जब मूडीज ने अमेरिका की सरकारी क्रेडिट रेटिंग को डाउनग्रेड कर दिया. इससे पहले फिच रेटिंग्स और स्टैंडर्ड एंड पूअर्स भी अमेरिका की रेटिंग घटा चुके हैं. इस पर कियोसाकी ने कहा- 'अमेरिका अब उस लापरवाह पिता की तरह हो गया है जो उधार के पैसों से खर्च कर रहा है, खुद के पास नौकरी नहीं है और अपने परिवार की जिम्मेदारी भी नहीं ले रहा.' उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसे क्रेडिट डाउनग्रेड्स की वजह से ब्याज दरें बढ़ सकती हैं, जिससे अमेरिका की अर्थव्यवस्था मंदी में जा सकती है. इससे बेरोजगारी, बैंकों का फेल होना, हाउसिंग क्राइसिस और 1929 जैसी महामंदी जैसी स्थिति पैदा हो सकती है.हालिया अमेरिकी बॉन्ड नीलामी में भी निवेशकों की कम दिलचस्पी ने इन चिंताओं को और बढ़ा दिया है. कियोसाकी ने फिर से लोगों को आर्थिक आत्मनिर्भरता और स्वतंत्र सोच अपनाने की सलाह दी. उन्होंने लिखा - मैं हमेशा से कहता आया हूं कि लोगों को उद्यमी बनना चाहिए, भले ही साइड बिजनेस के रूप में ही सही. नौकरी की सुरक्षा पर निर्भर न रहें. कियोसाकी ने यह भी कहा कि लोगों को इनकम देने वाली प्रॉपर्टी, सोन-चांदी और अब Bitcoin जैसे एसेट्स में निवेश करना चाहिए. हर बार बड़ा होता जा रहा संकट जैसे-जैसे वैश्विक अनिश्चितता बढ़ रही है, बाजार में भी इसका असर दिख रहा है. सोने की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं और बिटकॉइन हाल ही में $111,000 पार कर अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया. इसका कारण है बढ़ती इंस्टिट्यूशनल डिमांड और फिएट करेंसी (सरकारी नोटों) पर घटता भरोसा. कियोसाकी लंबे समय से अमेरिका के फेडरल रिजर्व की नीतियों और 1971 में गोल्ड स्टैंडर्ड से बाहर निकलने की आलोचना करते आए हैं. उनका कहना है कि 'हर बार संकट बड़ा होता जा रहा है, क्योंकि असली समस्या का समाधान कभी किया ही नहीं गया.' अपने हालिया पोस्ट के अंत में उन्होंने एक सख्त चेतावनी देते हुए लिखा -'जिस अंत की मैंने चेतावनी दी थी, वह अब आ चुका है. भगवान हमारी आत्माओं पर दया करें.'
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