बालोद पुलिस ने शिक्षिका बरखा वशनिक की हत्या के मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। उनके पति शीशपाल वशनिक और उनके सहयोगी कयामुद्दीन को गिरफ्तार किया गया है। प्रारंभ में यह मामला सड़क दुर्घटना के रूप में सामने आया था, लेकिन गहन जांच के बाद इसे हत्या का मामला साबित किया गया।
यह घटना 22 मार्च 2025 को हुई, जब दल्लीराजहरा थाना क्षेत्र के हितकसा गांव के पास बरखा की सड़क दुर्घटना में मौत की सूचना मिली। प्रारंभिक जांच में पुलिस को लगा कि किसी अज्ञात वाहन ने बरखा की स्कूटी को टक्कर मारी। हालांकि, मृतका के परिवार ने पति शीशपाल पर हत्या का आरोप लगाते हुए दोबारा जांच की मांग की।
पुलिस ने दो महीने तक गहन जांच की, जिसके बाद यह खुलासा हुआ कि बरखा की मौत एक सुनियोजित हत्या थी। जांच में यह सामने आया कि विद्युत विभाग में सहायक इंजीनियर शीशपाल ने अपने सहयोगी कयामुद्दीन के साथ मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया। शीशपाल ने कयामुद्दीन को इस अपराध में शामिल करने के लिए 60 हजार रुपये दिए।
पुलिस के अनुसार, शीशपाल ने अपनी पत्नी की हत्या करने से पहले यूट्यूब पर हत्या करने के तरीके और पुलिस जांच से बचने के उपाय सीखे थे। घटना के दिन, उसने अपने मोबाइल फोन को भिलाई में अपने ऑफिस के एक कर्मचारी के पास छोड़ दिया और बोलेरो की नंबर प्लेट हटा कर बालोद पहुंचा। वहां, उसने और कयामुद्दीन ने बोलेरो से बरखा की स्कूटी को टक्कर मारी। जब बरखा सड़क पर गिरी, तो शीशपाल ने बोलेरो से लोहे का रॉड निकालकर उस पर कई वार कर उसकी हत्या कर दी।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि हत्या का कारण पारिवारिक मतभेद और शीशपाल का नशे का आदी होना था। इन मतभेदों के चलते उसने अपनी पत्नी की हत्या की योजना बनाई। दो महीने की गहन जांच के बाद, बालोद पुलिस ने शीशपाल वशनिक और कयामुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया है और सभी साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई शुरू कर दी है।
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