आगरा में लहसुन की कीमतें पिछले एक से डेढ़ महीने में दोगुनी हो गई हैं। थोक बाजार में लहसुन की कीमतें 80 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 160 से 180 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई हैं।
थोक में दाम 160 रुपये प्रति किलोग्राम को पार कर चुके हैं, जबकि फुटकर बाजार में यह 350 से 400 रुपये तक बिक रहा है। इसकी वजह उत्पादन में कमी और व्यापारियों द्वारा भंडारण किया जाना बताया जा रहा है।
पिछले वर्ष लहसुन की अधिकता थी, जिससे किसानों को उचित दाम नहीं मिल पाए थे। सर्दियों में लहसुन की कीमतें 40 रुपये प्रति किलोग्राम तक गिर गई थीं, जिससे किसान खेती से विमुख हो गए थे। इस वर्ष की फसल का रकवा 30 प्रतिशत तक कम हो गया है।
राजस्थान और मध्य प्रदेश से लहसुन की आपूर्ति होती है। मैनपुरी की फसल को छोड़कर, सिकंदरा मंडी में इन दोनों राज्यों से सबसे अधिक लहसुन आता है। इस बार इन राज्यों में उत्पादन 20 से 30 प्रतिशत घटा है। अक्टूबर में फिर से बोवाई की गई है, और फरवरी में नई फसल आने की उम्मीद है।
थोक विक्रेता शाहिद ने बताया कि मंडी में पहले प्रतिदिन 35 से 50 कुंतल लहसुन आती थी, लेकिन अब यह संख्या घटकर 30 कुंतल रह गई है। ठंड के कारण मांग में तेजी आई है। थोक विक्रेता राहुल का कहना है कि फरवरी में नई फसल आने के बाद ही दामों में बदलाव देखने को मिल सकता है।
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