New Delhi, 6 अक्टूबर . President इमैनुएल मैक्रों के कार्यालय ने घोषणा की कि Prime Minister सेबेस्टियन लेकोर्नू ने Monday सुबह, Government गठन के कुछ ही घंटों बाद, अपना इस्तीफा दे दिया है. 27 दिनों के कार्यकाल के बाद लेकोर्नू के इस्तीफे ने उन्हें हाल के फ्रांसीसी इतिहास में सबसे कम समय पद पर रहने वाला Prime Minister बना दिया है.
मैक्रों ने उन्हें चार हफ्ते पहले ही नियुक्त किया था और Sunday शाम को, लेकोर्नू ने अपने मंत्रिमंडल का गठन किया था, जो लगभग उनके पूर्ववर्ती, फ्रांस्वा बायरू के मंत्रिमंडल जैसा ही था. लेकिन तुरंत ही मतभेद स्पष्ट हो गए, सत्तारूढ़ गठबंधन के भीतर कई दलों के सदस्यों ने बदलाव की कमी पर संदेह और आलोचना व्यक्त की.
लेकोर्नू को सुबह 10:45 बजे (पेरिस समय) एक सार्वजनिक बयान देना था.
इस बीच, दक्षिणपंथी रैसम्बलमेंट नेशनल (आरएन) के अध्यक्ष जॉर्डन बार्डेला ने तुरंत ही शीघ्र चुनावों का आह्वान किया. उन्होंने कहा, “चुनावों और असेंबली नेशनले को भंग किए बिना स्थिरता नहीं आ सकती.”
स्थानीय मीडिया के मुताबिक वामपंथी ला फ्रांस इनसोमिसे (एलएफआई) पार्टी के नेता जीन-ल्यूक मेलेंचन ने मैक्रों को पद से हटाने के लिए एक प्रस्ताव पेश करने की मांग की है. एलएफआई की एक प्रमुख सदस्य मथिल्डे पैनोट ने लेकोर्नू के इस्तीफे के बाद मैक्रों के इस्तीफे की मांग की. उन्होंने एक्स पोस्ट में कहा, “उलटी गिनती शुरू हो गई है. मैक्रों को जाना ही होगा.”
सितंबर की शुरुआत में, मैक्रों ने गहराते Political संकट को कम करने के लिए ही 39 वर्षीय लेकोर्नु को अपने President कार्यकाल का सातवां Prime Minister नियुक्त किया. फ्रांसीसी राजनीति तब से उथल-पुथल के दौर से गुजर रही है.
फ्रांसीसी दैनिक ‘ली मोन्डे’ के मुताबिक, लेकोर्नू के दो पूर्ववर्ती, बायरू और मिशेल बार्नियर बजट को लेकर काफी सवालों के घेरे में आए थे.
पिछले एक महीने से, लेकोर्नू ने मध्यमार्गी सहयोगियों और विपक्षी नेताओं, वामपंथी और दक्षिणपंथी, दोनों के साथ काफी मंथन किया. किसी भी पार्टी के पास अपने दम पर शासन करने के लिए पर्याप्त सीटें नहीं हैं. अधिकांश वामपंथी दलों ने अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करने की घोषणा की थी, और मरीन ले पेन की दक्षिणपंथी पार्टी ने भी समर्थन करने की धमकी दी थी.
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केआर/
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