• एजीटीएफ और प्रतापगढ़ पुलिस की संयुक्त कार्रवाई, 17.4 किलो एमडी पाउडर और 70 किलो केमिकल व उपकरण जब्त
• हाल ही में आरोपी की 1 करोड़ की संपत्ति भी फ्रीज की गई थी
जयपुर, 11 सितम्बर. एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) पुलिस मुख्यालय की टीम ने प्रतापगढ़ जिले की थाना पीपलखूंट और डीएसटी के सहयोग से एमडी ड्रग बनाने की अवैध फैक्ट्री का खुलासा किया है. मौके से 25 हजार रुपये इनामी मोस्ट वांटेड आरोपी जमशेद उर्फ जम्मु लाला निवासी देवल्दी को गिरफ्तार कर भारी मात्रा में एमडी पाउडर, केमिकल और उपकरण जब्त किए गए. बरामद मादक पदार्थ की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 50 करोड़ रुपये आंकी गई है.
यह कार्रवाई अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध दिनेश एमएन के निर्देशन और उप महानिरीक्षक पुलिस दीपक भार्गव तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशा राम चौधरी व सिद्धांत शर्मा की निगरानी में हुई. टीम का नेतृत्व प्रतापगढ़ जिला एसपी बी. आदित्य ने किया. उल्लेखनीय है कि एजीटीएफ लगातार इनामी बदमाशों, गैंगस्टरों और तस्करों के खिलाफ सघन अभियान चला रही है.
टीम को मिले थे इनपुट
हेड कांस्टेबल महावीर सिंह और कांस्टेबल नरेंद्र पाटीदार को आरोपी के बारे में महत्वपूर्ण सूचना मिली थी. कई दिनों की रैकी के बाद पुष्टि हुई कि इनामी तस्कर जमशेद उर्फ जम्मु लाला, टाण्डा बड़ा सरहद बोरी मोजल स्थित ईश्वर मीणा के झोंपड़े में एमडी ड्रग बना रहा है. इसके बाद थाना पीपलखूंट और डीएसटी की टीम के साथ संयुक्त रूप से छापा मारा गया.
50 करोड़ रुपये की ड्रग और केमिकल जब्त
छापेमारी में आरोपी जमशेद उर्फ जम्मु लाला पुत्र फकीरगुल पठान (33), निवासी देवल्दी थाना अरनोद को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने मौके से करीब 50 करोड़ रुपये कीमत की 17.4 किलो एमडी पाउडर, 70 किलो से अधिक केमिकल पदार्थ और उपकरण बरामद कर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया.
पहले भी 40 करोड़ की ड्रग फैक्ट्री का खुलासा
16 दिसंबर 2024 को एजीटीएफ और थाना अरनोद पुलिस ने देवल्दी गांव में छापा मारकर 40 करोड़ रुपये मूल्य के 11.450 किलो लिक्विड एमडीएमए, 14.770 किलो अन्य लिक्विड केमिकल, 4.900 किलो केमिकल और 2.500 किलो सफेद पाउडर सहित उपकरण जब्त किए थे. इस प्रकरण में आरोपी याकुब, जमशेद उर्फ जम्मु लाला और साहिल फरार हो गए थे, जिन पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था.
हाल ही में संपत्ति फ्रीज की गई थी
जांच में सामने आया कि मुख्य आरोपी याकूब खां ने मादक पदार्थों की तस्करी से अवैध संपत्ति अर्जित की थी. वित्तीय जांच में पता चला कि उसने वर्ष 2024 में अपनी पत्नी बखमीना बी के नाम पर Madhya Pradesh के जावरा स्थित हुसैन टेकरी क्षेत्र में लगभग 1 करोड़ रुपये की कीमत का एक होटल/लॉज खरीदा था. इसी संपत्ति को 28 अगस्त को एनडीपीएस अधिनियम की धारा 68एफ(1) के तहत फ्रीज कर दिया गया.
संयुक्त टीम की अहम भूमिका
इस कार्रवाई में एजीटीएफ के हेड कांस्टेबल महावीर सिंह और कांस्टेबल नरेंद्र पाटीदार की महत्वपूर्ण भूमिका रही. साथ ही डीएसटी प्रभारी उप निरीक्षक रविंद्र पाटीदार, उप निरीक्षक पन्नालाल, एएसआई प्रताप सिंह, कांस्टेबल विनोद, नरेंद्र सिंह, पंकज, रमेश चंद, हेमेन्द्र सिंह, सन्दीप, अरविंद सिंह और एसएचओ पीपलखूंट नरेश पाटीदार की टीम ने भी सक्रिय योगदान दिया.
You may also like
सुप्रीम कोर्ट में सीजेआई बीआर गवई से दुर्व्यवहार करने वाले वकील का टेंपरेरी रजिस्ट्रेशन रद्द, एंट्री पास निरस्त
बिहार के चुनावी रण में इस बार कई 'योद्धाओं' के कटेंगे टिकट
धोनी की मजेदार मिमिक्री पर हंसी से लोटपोट हुए रोहित शर्मा, वीडियो ने मचाया धमाल
भारत के इन रहस्यमयी शहरों में आज भी` होता है तंत्र-मंत्र और काला जादू जानिए कौन-कौन सी जगहें हैं सबसे खतरनाक
बरेली में 1 लाख का इनामी बदमाश इफ्तेखार एनकाउंटर में ढेर, 7 जिलों में था आतंक, हत्या-डकैती समेत थे 19 मुकदमे