ढाका, 21 अक्टूबर . बांग्लादेश की कट्टरपंथी इस्लामिक पार्टी जमात-ए-इस्लामी ने चेतावनी दी है कि यदि यूनुस प्रशासन का कोई भी सदस्य किसी विशेष Political दल के पक्ष में काम करता है तो लोग सड़क पर उतर आएंगे.
ढाका में बैतुल मुकर्रम राष्ट्रीय मस्जिद के उत्तरी द्वार पर एक रैली को संबोधित करते हुए, जमात के सहायक महासचिव रफीकुल इस्लाम खान ने कहा, “अगर कोई सलाहकार, सचिव, चुनाव आयुक्त या Police अधिकारी पार्टी के आदमी की तरह काम करना चाहता है, तो उसे इस्तीफा दे देना चाहिए. सभी जानते हैं कि प्रशासन में उन लोगों का क्या हुआ जिन्होंने पार्टी के कठपुतली की तरह काम किया. अगर कोई Governmentी पद पर बैठा व्यक्ति किसी Political दल के लिए काम करता है, तो लोग यूं ही हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठेंगे.”
बांग्लादेश के प्रमुख समाचार पत्र, द डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, यह रैली Monday को जमात और सात अन्य इस्लामिक दलों की पांच सूत्री मांगों को लेकर चल रहे संगठित आंदोलन के चौथे चरण के तहत आयोजित की गई थी, जिसमें जुलाई चार्टर पर नवंबर में जनमत संग्रह और आगामी राष्ट्रीय चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधित्व (पीआर) प्रणाली के तहत कराने की मांग शामिल है.
पांच सूत्री मांगों को दोहराते हुए, रफीकुल ने कहा, “अगर ये मांगें पूरी नहीं हुईं, तो जमात का आंदोलन जारी रहेगा.”
दूसरी ओर, जमात और राष्ट्रीय नागरिक पार्टी (एनसीपी) के बीच जनसंपर्क प्रणाली की मांग को लेकर बढ़ते तनाव के बीच, जमात के महासचिव गुलाम पोरवार ने एनसीपी नेताओं को इस्लामी पार्टी के साथ प्रतिस्पर्धा करने से बचने की सलाह दी.
यह टिप्पणी एनसीपी संयोजक नाहिद इस्लाम के social media प्लेटफॉर्म पर दिए बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि जमात की ओर से शुरू की गई ‘आनुपातिक प्रतिनिधित्व (पीआर) आंदोलन’ की मांग “एक सोची-समझी Political धोखाधड़ी के अलावा और कुछ नहीं है.”
बांग्लादेश के प्रमुख बंगाली दैनिक, प्रोथोम आलो ने पोरवार के हवाले से कहा, “आप एक नए छात्र-नेतृत्व वाले Political संगठन हैं. जमात-ए-इस्लामी से प्रतिस्पर्धा करने के लिए आपको अभी लंबा रास्ता तय करना है. जन्म के तुरंत बाद अपने पिता से प्रतिस्पर्धा करने की कोशिश न करें.”
उन्होंने एनसीपी की आलोचना करते हुए कहा, “हम आपको अभी इतनी गंभीरता से नहीं लेते. अभी हमारी आलोचना शुरू न करें; आपके सामने एक लंबा रास्ता है.”
अगले साल होने वाले चुनावों से पहले बांग्लादेश में अनिश्चितता और Political उथल-पुथल बढ़ती जा रही है.
जिन पार्टियों ने पहले शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग की लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई Government को उखाड़ फेंकने के लिए यूनुस के साथ मिलकर काम किया था, वे अब सुधार प्रस्तावों को लेकर आपस में भिड़ गई हैं.
–
केआर/
You may also like
उपराज्यपाल ने फेय में 12 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजना का किया निरीक्षण
गुवाहाटी में सीबीआई ने एनएचआईडीसीएल के अधिकारी को रिश्वत लेते पकड़ा
जो लोग दीये रोशन करते हैं उनका मकसद सिर्फ… दीपावली को लेकर क्या बोले आजम खान?…
करोड़पति बनने के 5 देसी व्यापार जो हर कोई कर सकता` है,बस यह चीज सीख लें
एक गाँव के एक जमींदार ठाकुर बहुत वर्षों से बीमार थे।` इलाज करवाते हुए कोई डॉक्टर कोई वैद्य नहीं छोड़ा कोई टोने टोटके करने वाला नहीं छोड़ा। लेकिन कहीं से भी थोड़ा सा भी आराम नहीं आया ! एक संत जी गाँव में आये उनके दर्शन करने वो ज़मींदार भी वहाँ गया और उन्हें प्रणाम किया। उसने बहुत दुखी मन से कहा – महात्मा