नई दिल्ली, 20 अप्रैल . राजधानी दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में शनिवार को चार मंजिला इमारत के गिरने की भयावह घटना ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया है. इस दर्दनाक हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 5 से 6 लोग गंभीर रूप से घायल हैं.
घटना के बाद से राजनीतिक हलकों में बयानबाजी तेज हो गई है. दिल्ली के मेयर महेश कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “इस घटना से हम बेहद दुखी हैं. ईश्वर से प्रार्थना है कि मृतकों के परिवारों को दुख सहने की शक्ति दें. हमने घटना स्थल का दौरा किया और तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए. जिनकी लापरवाही सामने आएगी, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. पत्र के माध्यम से सभी जिम्मेदार अधिकारियों को निलंबित करने की सिफारिश की गई है.”
आप नेता आदिल अहमद खान ने हादसे को लेकर भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा, “भाजपा की दिल्ली सरकार ने अब तक घायलों या मृतकों के परिजनों के लिए किसी मुआवजे की घोषणा नहीं की है. मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि मृतकों को 10 लाख और घायलों को 5 लाख रुपए की राहत राशि दी जाए.”
उन्होंने आगे कहा, “ इतनी बड़ी घटना हो जाती है और लोग एक बिल्डिंग के नीचे दबकर मर जाते हैं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता. इसी तरह की अन्य जर्जर इमारतों की भी जांच होनी चाहिए.”
आप नेता खान ने कहा कि दिल्ली में आज 1100 पानी के टैंकर अलग-अलग इलाकों में उतारे गए हैं, फिर भी स्वच्छ पानी की किल्लत बनी हुई है. बिजली कटौती की समस्या पर भी सवाल उठाए गए.
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में इमारत गिरने से 11 लोगों की मौत पर पीएम मोदी ने शनिवार को दुख जताया था. उन्होंने मृतकों और घायलों के परिजनों को सांत्वना देते हुए राहत राशि की घोषणा की थी.
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डीएससी/
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