सीतापुर, 2 अगस्त . उत्तर प्रदेश के सीतापुर में समाजवादी पार्टी (सपा) छात्र सभा के जिलाध्यक्ष शिवम सिंह को पीडीए पाठशाला में बच्चों को ‘अ’ से ‘अखिलेश’ और ‘आजम’ पढ़ाना भारी पड़ गया. इस कृत्य के बाद उन्हें 16 घंटे तक पुलिस अभिरक्षा में रहना पड़ा और उसके बाद जमानत मिली.
सपा छात्र सभा के जिलाध्यक्ष शिवम सिंह पीडीए पाठशाला के तहत बच्चों को ‘अ’ से ‘अनार’ की जगह ‘अखिलेश’ और ‘आजम’ पढ़ा रहे थे. पुलिस को जब इसकी जानकारी लगी तो उन्होंने शिवम को हिरासत में ले लिया.
पूरे मामले को लेकर सपा छात्रसभा के जिलाध्यक्ष शिवम सिंह ने पत्रकारों को बताया कि सामान्य सी बात को लेकर पुलिस ने यह कार्रवाई की है.
उन्होंने कहा, “Friday देर रात करीब 12.06 बजे कोतवाली पुलिस बड़ी संख्या में मेरे घर पहुंची. उन्होंने मुझे हिरासत में ले लिया और करीब 16 घंटे तक हिरासत में रखा. उन्होंने केवल ‘अ’ से अनार की जगह अखिलेश पढ़ाने की सामान्य बात के कारण हिरासत में ले लिया. फैसला अभी न्यायालय में विचाराधीन है, इसलिए इस पर ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा.”
उन्होंने कहा, “16-17 घंटे हिरासत में रहने के दौरान मुझे जो तकलीफें और दर्द हुआ, उसे मैं किसी से बता नहीं सकता हूं. बहुत दुख की बात है कि सिर्फ बच्चों को पढ़ाने को लेकर सरकार ऐसी कार्रवाई करेगी तो वो जनता के बीच क्या मुंह लेकर जाएगी. समाज इसे याद रखेगा कि छोटी सी बात को लेकर विपक्ष के साथ किस तरीके का व्यवहार किया गया है.”
समाजवादी युवजन सभा के प्रदेश प्रमुख महासचिव रॉबिन सिंह यादव ने बताया, “छात्र सभा के जिलाध्यक्ष शिवम सिंह ने पीडीए पाठशाला का आयोजन किया था और उसमें बच्चों को पढ़ाते थे. पीडीए पाठशाला का आयोजन करने के कारण पुलिस ने रात में 12 बजे शिवम को उसके घर से उठाया. यह कदम इसलिए उठाया गया, क्योंकि उन्होंने पीडीए पाठशाला के तहत गरीब बच्चों को पढ़ाने की कोशिश की. यह सरकार की दूषित मानसिकता का प्रतीक है.”
—
एससीएच/एबीएम
The post सपा छात्र नेता को ‘अ’ से अखिलेश और आजम पढ़ाना पड़ा भारी, पुलिस अभिरक्षा में रहना पड़ा 16 घंटे appeared first on indias news.
You may also like
ब्यूटीफुल थी बेटे की दुल्हनियां, प्यार में गिर गया ससुर, टच करने की हुई चुल, फिर बेटे के साथ जो किया…
बाबा बागेश्वर के बयान पर बरसी कांग्रेस नेता, बोली- माफी मांगे, अपनी पार्टी के नेताओं की चुप्पी पर साधा निशाना
कुत्ते इंसानों के सबसे अच्छे दोस्त, उनके साथ अच्छा व्यवहार हो, दिल्ली हाईकोर्ट ने क्यों की यह टिप्पणी
बेस्ट महाप्रबंधक को लेकर सीएम फडणवीस और DCM शिंदे के अलग-अलग आदेश, महायुति में क्या चला रहा है?
छत्तीसगढ़: बीजापुर में 9 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, मुठभेड़ में 1 माओवादी ढेर