लाइव हिंदी खबर :- अमेरिका की ट्रम्प सरकार ने देश की कई कंपनियों पर H-1B वीजा का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। लेबर डिपार्टमेंट ने इस संबंध में एक वीडियो जारी कर कहा कि कंपनियों ने कम सैलरी वाले विदेशी कर्मचारियों को नौकरी देकर अमेरिकी युवाओं से उनका अमेरिकन ड्रीम छीन लिया।

वीडियो में आरोप लगाया गया कि कई राजनेता और नौकरशाह इन कंपनियों को ऐसी गड़बड़ियों की अनुमति देते हैं। इसमें यह भी बताया गया कि H-1B वीजा धारकों में 72% भारतीय और 12% चीनी नागरिक हैं, जो मुख्य रूप से अमेरिकी टेक सेक्टर में काम करते हैं।
वीडियो के नरेटर ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और लेबर सेक्रेटरी लोरी चावेज-डेरमर के नेतृत्व में हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि जो कंपनियां वीजा नियमों का दुरुपयोग कर रही हैं, उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाए। हमारा लक्ष्य अमेरिकी नागरिकों के लिए ‘अमेरिकन ड्रीम’ को वापस लाना है।
यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका में चुनावी माहौल तेज है और विदेशी कर्मचारियों, खासकर भारतीय IT पेशेवरों के वीजा भविष्य पर बहस एक बार फिर गर्म हो गई है।
You may also like

त्रिपुरा के सीएम का सांस्कृतिक क्षेत्र को बढ़ावा देने पर जोर, 'संस्कृति हाट' के विकास के लिए अनुदान की घोषणा

महिला वर्ल्ड कप फ़ाइनल: दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लॉरा वुल्फ़ार्ट शतक बनाकर आउट हुईं

तीनˈ पति, सभी ने छोड़ा, BF भी दे गया प्रेग्नेंट GF को धोखा, बच्चा होने के 6 महीने बाद हुआ ऐसा खुलासा कि…﹒

हुतात्मा दिवस पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने किया रक्तदान

इराक और तुर्किए के बीच जल अवसंरचना परियोजनाओं पर समझौता, तेल राजस्व से होगा वित्तपोषण





