लाइव हिंदी खबर :- कांग्रेस विधायक प्रदीप ईश्वर ने कहा कि हम सरकार के संस्थानों के साथ पूरी तरह खड़े हैं। माननीय मंत्री द्वारा सरकार को लिखे गए पत्र में स्पष्ट किया गया है कि शासकीय स्कूलों, सहायता प्राप्त स्कूलों और सरकारी संगठनों के परिसर में केवल शैक्षिक गतिविधियाँ ही आयोजित की जाएँ, अन्य किसी गतिविधि की अनुमति नहीं है। विधायक ने कहा कि हम बस कानून को लागू कर रहे हैं और विधायक या मंत्री के रूप में यही हमारा कर्तव्य है।
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा केवल इस कार्रवाई की आलोचना कर रही है, जबकि कानून का पालन हो रहा है। प्रदीप ईश्वर ने जोर देकर कहा कि सरकारी स्कूलों और संस्थानों में नियमों का पालन जरूरी है ताकि शैक्षिक गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित किया जा सके और विद्यार्थियों के हित सुरक्षित रहें। किसी भी गैर-शैक्षिक गतिविधि पर रोक लगाना नियमों के अनुसार है और इसका उद्देश्य शिक्षा पर केंद्रित वातावरण बनाना है।
विधायक ने स्पष्ट किया कि नियमों का पालन राजनीतिक या व्यक्तिगत स्वार्थ के कारण नहीं रोका गया है। उन्होंने कहा कि कानून लागू करने में उनका कोई राजनीतिक उद्देश्य नहीं है, बल्कि यह केवल शासकीय संस्थानों में अनुशासन बनाए रखने का कदम है। इस प्रकार कांग्रेस विधायक ने साफ किया कि सरकारी संस्थानों में नियमों का पालन सभी के लिए अनिवार्य है और वे इसे लागू करने में पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
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एक गाँव के एक जमींदार ठाकुर बहुत वर्षों से बीमार थे।` इलाज करवाते हुए कोई डॉक्टर कोई वैद्य नहीं छोड़ा कोई टोने टोटके करने वाला नहीं छोड़ा। लेकिन कहीं से भी थोड़ा सा भी आराम नहीं आया ! एक संत जी गाँव में आये उनके दर्शन करने वो ज़मींदार भी वहाँ गया और उन्हें प्रणाम किया। उसने बहुत दुखी मन से कहा – महात्मा