यूरोप में ‘चेक-इन’ और ‘बोर्डिंग प्रणाली’ को निशाना बनाकर किए गए एक साइबर हमले से हवाई यातायात बाधित हुआ जिससे यूरोप के कुछ शीर्ष हवाई अड्डों पर यात्रियों को देरी का सामना करना पड़ा। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
ब्रसेल्स हवाई अड्डे की तरफ से बताया गया कि इस हमले का मतलब है कि वहां केवल मैन्युअल चेक-इन और बोर्डिंग ही संभव थी, और इस घटना का उड़ान कार्यक्रमों पर ‘बड़ा प्रभाव’ पड़ रहा है।
एक बयान में कहा गया, ‘‘शुक्रवार रात 19 सितंबर को चेक-इन और बोर्डिंग प्रणाली के सेवा प्रदाता के खिलाफ एक साइबर हमला हुआ, जिससे ब्रसेल्स हवाई अड्डे सहित कई यूरोपीय हवाई अड्डे प्रभावित हुए।’’
बर्लिन के ब्रैंडेनबर्ग हवाई अड्डे के अधिकारियों ने कहा कि यात्री प्रबंधन प्रणाली से जुड़े एक सेवा प्रदाता पर शुक्रवार शाम को (साइबर) हमला हुआ, जिससे हवाई अड्डा संचालकों को प्रणाली से कनेक्शन काट देना पड़ा।
यूरोप के सबसे व्यस्त लंदन स्थित हीथ्रो हवाई अड्डे ने कहा कि एक तकनीकी समस्या के कारण चेक-इन और बोर्डिंग प्रणाली से जुड़ा एक सेवा प्रदाता प्रभावित हुआ।
हीथ्रो ने एक बयान में कहा, ‘‘कोलिन्स एरोस्पेस, जो दुनिया भर के कई हवाई अड्डों पर कई एयरलाइन के लिए चेक-इन और बोर्डिंग प्रणाली प्रदान करता है, एक तकनीकी समस्या का सामना कर रहा है जिससे रवाना होने वाले यात्रियों को देरी हो सकती है।’’
हवाई अड्डों ने यात्रियों को उनकी उड़ान की स्थिति जांचने की सलाह दी है और किसी भी असुविधा के लिए खेद व्यक्त किया।
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