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पपीता खाने से बढ़ सकती हैं ये बीमारियाँ, जानें किन्हें नहीं करना चाहिए सेवन

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पपीता (Papaya) एक पौष्टिक और हेल्दी फल है, जो विटामिन A, C, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। यह पाचन सुधारने, वजन घटाने और इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है। लेकिन, हर किसी के लिए पपीता फायदेमंद नहीं है। कुछ हेल्थ कंडीशन्स में इसका सेवन नुकसानदायक साबित हो सकता है।

किन्हें नहीं खाना चाहिए पपीता?

  • गर्भवती महिलाएँ
    • कच्चे या अधपके पपीते में लेट्टेक्स और पपेन होता है।
    • यह गर्भाशय में संकुचन (Uterine contractions) कर सकता है, जिससे गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है।
  • लो ब्लड शुगर वाले लोग (Hypoglycemia Patients)
    • पपीता ब्लड शुगर को कम करने में असरदार होता है।
    • जिन लोगों को पहले से ही शुगर लो रहती है, उनके लिए यह और नुकसानदायक हो सकता है।
  • किडनी स्टोन पेशेंट्स
    • पपीते में ऑक्सलेट पाया जाता है।
    • ज्यादा मात्रा में खाने से किडनी स्टोन बनने का खतरा बढ़ सकता है।
  • डायरिया या पेट खराब वाले लोग
    • पपीता पाचन को तेज करता है और लूज मोशन बढ़ा सकता है।
    • डायरिया या पेट की समस्या में इसका सेवन न करें।
  • एलर्जी वाले लोग
    • कुछ लोगों को पपीते से एलर्जी हो सकती है।
    • ऐसे में स्किन रैश, खुजली या सांस लेने में परेशानी हो सकती है।
  • किनके लिए है फायदेमंद?

    • कब्ज और पाचन समस्या वाले लोग
    • इम्यूनिटी कमजोर होने पर
    • वजन घटाने के लिए
    • डायबिटीज़ पेशेंट्स (डॉक्टर की सलाह से नियंत्रित मात्रा में)
    • स्किन और हेयर हेल्थ सुधारने के लिए

    पपीता खाने का सही तरीका

    • हमेशा पका हुआ पपीता ही खाएँ।
    • सुबह या दोपहर में इसका सेवन करना बेहतर है।
    • एक दिन में 100–150 ग्राम पपीता पर्याप्त है।
    • बीमारियों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

    पपीता एक सुपरफ्रूट है जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है, लेकिन कुछ बीमारियों और स्थितियों में यह हानिकारक भी हो सकता है। इसलिए, अगर आपको गर्भावस्था, किडनी स्टोन, डायरिया या एलर्जी की समस्या है, तो पपीते से दूरी बनाना ही बेहतर है।

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