Next Story
Newszop

Bada Mangal 2025 Hanuman Ji Mantra: बड़े मंगल पर इन 5 मंत्रों के साथ करें हनुमानजी की पूजा, सारी इच्छाएं पूरी कर देंगे बजरंगबली

Send Push
Hanuman Ji Ke Mantra: बड़ा मंगल, जिसे भक्तों द्वारा विशेष रूप से उत्तर भारत में लखनऊ और आसपास के क्षेत्रों में मनाया जाता है, हनुमान जी को समर्पित मंगलवारों में सबसे प्रमुख माना जाता है। ज्येष्ठ मास के प्रत्येक मंगलवार को बड़ा मंगल कहा जाता है। बड़े मंगलवार पर सबसे अधिक श्रद्धालु हनुमान मंदिरों में दर्शन करते हैं और पूजापाठ करते हैं। इस दिन हनुमान जी की पूजा, भंडारे का आयोजन, और विशेष मंत्रों व स्तोत्रों का पाठ किया जाता है। इस‍ दिन बजरंगबली की पूजा के साथ ही उनको समर्पित मंत्रों का जप करने से हनुमानजी की कृपा आपको शीघ्र ही मिलती है। आइए देखते हैं कौन से हैं हनुमानजी के 5 विशेष मंत्र। 1. हनुमान बीज मंत्र (Hanuman Beej Mantra)यह मंत्र हनुमान जी की मूल शक्ति को जाग्रत करने वाला है।मंत्र : "ॐ ऐं भ्रीम हनुमते, श्रीराम दूताय नमः॥"लाभ : सभी प्रकार की बाधाओं, शत्रु भय और नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करता है। 2. पंचमुखी हनुमान मंत्र (Panchmukhi Hanuman Mantra)यह पंचमुखी रूप की उपासना हेतु शक्तिशाली मंत्र है।मंत्र: "ॐ नमो भगवते पञ्चवदनाय, पूर्वकपि मुखाय,सकल शत्रु संहारणाय स्वाहा॥"लाभ: दुश्मनों से रक्षा, गुप्त भय दूर करने और आत्मबल बढ़ाने में सहायक। 3. संकटमोचन मंत्र (Sankat Mochan Mantra)यह मंत्र संकटों और मानसिक क्लेश से मुक्ति दिलाता है।मंत्र:"ॐ हनुमते नमः॥"लाभ: सर्वसंकट, दरिद्रता, भय और मानसिक तनाव को दूर करता है। 4. हनुमान गायत्री मंत्र (Hanuman Gayatri Mantra)यह हनुमान जी की भक्ति और आशीर्वाद प्राप्त करने का दिव्य स्तोत्र है।मंत्र:"ॐ आञ्जनेयाय विद्महे, वायुपुत्राय धीमहि,तन्नो हनुमत् प्रचोदयात्॥"लाभ: बुद्धि, बल, वीरता, एकाग्रता और साहस में वृद्धि। 5. संकटहारी हनुमान मंत्रहनुमान जी को संकटों से मुक्त कराने वाला यह प्रभावी मंत्र बड़ा मंगल को विशेष रूप से पढ़ा जाता है।मंत्र:"ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्॥"लाभ: गंभीर जीवन संकटों से मुक्ति और शत्रु भय निवारण। मंत्र जप की विधि:
  • सुबह या शाम, स्नान कर स्वच्छ स्थान पर बैठें।
  • लकड़ी की चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकरर हनुमान जी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
  • दीपक जलाएं, लाल फूल और चोला अर्पित करें।
  • किसी एक मंत्र का रुद्राक्ष की माला से 108 बार जप करें।
  • अंत में हनुमान चालीसा का पाठ करें। यह भी पढ़ें: हनुमान जी की आरती
Loving Newspoint? Download the app now