दोहा: इजरायल के हमले के बाद कतर की राजधानी दोहा में अरब और इस्लामिक देशों के विदेश मंत्रियों की रविवार को बैठक हुई है। बैठक में बीते इजरायल के दोहा में किए गए हमले को लेकर गुस्सा दिखा। कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कतर पर हुए हवाई हमले के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराने की अपील की। अरब लीग ने कहा कि दोहा की बैठक से अरब-इस्लामिक सहयोग का स्पष्ट संदेश जाना चाहिए कि कतर अकेला नहीं है।
अरब लीग के महासचिव अहमद अबुल गैत ने रविवार की बैठक में कहा, 'यह शिखर सम्मेलन अपने आप में एक शक्तिशाली संदेश देता है। संदेश साफ है कि कतर अकेला नहीं है। अरब और इस्लामी दुनिया उसके साथ पूरी मजबूती से खड़ी है। इजरायल की बेंजामिन नेतन्याहू सरकार के कारनामों के सामने चुप्पी उसका हौसला बढ़ाएगी। ऐसे में हमें मुखर होने की जरूरत है।'
गाजा पर चुप्पी से बढ़ी हिम्मतगैत ने इस दौरान कहा, 'कतर पर हमला इजयराइल के गाजा में किए जा रहे नरसंहार पर दो साल की अंतर्राष्ट्रीय चुप्पी का सीधा परिणाम है। इसने उसे बिना किसी परिणाम के कार्रवाई करने का साहस दिया है।' बैठक में बोलते हुए कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से दोहरे मापदंड अपनाना बंद करने और इजराइल को उसके 'अपराधों' के लिए दंडित करने का आग्रह किया।
शेख मोहम्मद ने कहा कि फिलिस्तीनी लोगों पर युद्ध का उद्देश्य उन्हें उनकी जमीन से बेदखल करना है लेकिन इजरायल को यह जानना होगा कि यह काम नहीं करेगा। कतर पर हमले को लेकर उन्होंने कहा कि यह विश्वासघाती आक्रमण उस समय किया गया, जब दोहा सार्वजनिक वार्ताओं का आयोजन कर रहा था। इसकी जानकारी इजरायली पक्ष को थी और जिसका उद्देश्य गाजा में युद्धविराम प्राप्त करना था।
कतर ने यह शिखर सम्मेलन इजरायल के 9 सितंबर को दोहा में हमास अधिकारियों के आवासों को निशाना बनाकर किए गए हवाई हमले के बाद आयोजित किया गया। कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल अंसारी ने बताया है कि सोमवार को अरब और इस्लामी नेताओं की बैठक में कतर पर इजरायली हमले को लेकर एक मसौदा प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा।
अरब लीग के महासचिव अहमद अबुल गैत ने रविवार की बैठक में कहा, 'यह शिखर सम्मेलन अपने आप में एक शक्तिशाली संदेश देता है। संदेश साफ है कि कतर अकेला नहीं है। अरब और इस्लामी दुनिया उसके साथ पूरी मजबूती से खड़ी है। इजरायल की बेंजामिन नेतन्याहू सरकार के कारनामों के सामने चुप्पी उसका हौसला बढ़ाएगी। ऐसे में हमें मुखर होने की जरूरत है।'
गाजा पर चुप्पी से बढ़ी हिम्मतगैत ने इस दौरान कहा, 'कतर पर हमला इजयराइल के गाजा में किए जा रहे नरसंहार पर दो साल की अंतर्राष्ट्रीय चुप्पी का सीधा परिणाम है। इसने उसे बिना किसी परिणाम के कार्रवाई करने का साहस दिया है।' बैठक में बोलते हुए कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से दोहरे मापदंड अपनाना बंद करने और इजराइल को उसके 'अपराधों' के लिए दंडित करने का आग्रह किया।
शेख मोहम्मद ने कहा कि फिलिस्तीनी लोगों पर युद्ध का उद्देश्य उन्हें उनकी जमीन से बेदखल करना है लेकिन इजरायल को यह जानना होगा कि यह काम नहीं करेगा। कतर पर हमले को लेकर उन्होंने कहा कि यह विश्वासघाती आक्रमण उस समय किया गया, जब दोहा सार्वजनिक वार्ताओं का आयोजन कर रहा था। इसकी जानकारी इजरायली पक्ष को थी और जिसका उद्देश्य गाजा में युद्धविराम प्राप्त करना था।
कतर ने यह शिखर सम्मेलन इजरायल के 9 सितंबर को दोहा में हमास अधिकारियों के आवासों को निशाना बनाकर किए गए हवाई हमले के बाद आयोजित किया गया। कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल अंसारी ने बताया है कि सोमवार को अरब और इस्लामी नेताओं की बैठक में कतर पर इजरायली हमले को लेकर एक मसौदा प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा।
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