देवरिया: उत्तर प्रदेश में एक सिपाही की नौकरी मिलने के बाद भी, उसने ट्रेनिंग में मुश्किल होने के कारण इस्तीफा देने की सोची। देवरिया में ट्रेनिंग कर रहे इस सिपाही ने अपने पिता के साथ एसपी ऑफिस जाकर इस्तीफे की बात कही। सिपाही का कहना है कि उसे सुबह 4 बजे उठना पड़ता है, जिससे उसे परेशानी हो रही है। उसके पिता ने बताया कि उनका बेटा पढ़ाई में अच्छा है और अधिकारी या शिक्षक बनना चाहता है। पीआरओ ने सिपाही को समझाया कि ट्रेनिंग में शुरुआत में दिक्कतें आती हैं, लेकिन बाद में सब ठीक हो जाएगा। फिलहाल, सिपाही बिना इस्तीफा दिए घर लौट गया है।
15 जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में गृहमंत्री अमित शाह ने सिपाहियों को नियुक्ति पत्र दिए थे। इसके बाद उनकी ट्रेनिंग शुरू हो गई। सभी सिपाही अलग-अलग जिलों में ट्रेनिंग कर रहे हैं। देवरिया में भी ट्रेनिंग चल रही है। इसी बीच, गाजीपुर जिले का एक सिपाही अपने पिता के साथ एसपी ऑफिस पहुंचा। वह एसपी से मिलकर इस्तीफा देना चाहता था।
सिपाही ने एसपी के पीआरओ डॉ. महेंद्र कुमार को बताया कि वह सिपाही की नौकरी से इस्तीफा देना चाहता है। पीआरओ उसकी बात सुनकर हैरान रह गए। सिपाही ने कहा कि उसे ट्रेनिंग के लिए सुबह 4 बजे उठना पड़ता है। इससे उसे बहुत दिक्कत हो रही है। पीआरओ ने पिता-पुत्र को समझाया कि कुछ दिनों में सब ठीक हो जाएगा। उन्होंने कहा कि उसे ट्रेनिंग पूरी करनी चाहिए। पीआरओ की बात सुनकर पिता-पुत्र घर लौट गए। सिपाही ने अभी इस्तीफा नहीं दिया है।
सिपाही के पिता ने बताया कि उनका बेटा पढ़ाई में बहुत अच्छा है। वह रोज सुबह 8 बजे तक सोता है और फिर 7-8 घंटे पढ़ाई करता है। उसने बीएड और टीईटी भी पास कर लिया है। उसका सपना है कि वह बड़ा होकर अधिकारी या शिक्षक बने। उनका एक और बेटा देवरिया जिले के श्रीरामपुर थाने में नौकरी करता है।
इस बारे में सीओ लाइन दीपक शुक्ल ने कहा कि उन्हें सिपाही के इस्तीफे के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, "रिक्रूट के इस्तीफा देने जाने की बात की जानकारी नहीं है। पता कराता हूं। प्रक्षिक्षण के शुरुआती दिनों में यह दिक्कत आती है। बाद में सब कुछ सामान्य हो जाता है।" इसका मतलब है कि ट्रेनिंग के शुरूआती दिनों में दिक्कतें आती हैं, लेकिन बाद में सब ठीक हो जाता है।
देवरिया के पुलिस लाइन में 17 जून से जेटीसी ट्रेनिंग शुरू हुई है। इस ट्रेनिंग में अंबेडकर नगर, अयोध्या, आजमगढ़, गाजीपुर और सुल्तानपुर जिले के सिपाही शामिल हैं। गाजीपुर जिले का एक सिपाही सोमवार को अपने पिता के साथ एसपी ऑफिस पहुंचा था।
पीआरओ डा. महेंद्र कुमार ने सिपाही को समझाया कि ट्रेनिंग में शुरुआत में दिक्कतें होती हैं। उन्होंने कहा कि आगे चलकर सब ठीक हो जाएगा। पीआरओ की बातों को सुनकर सिपाही बिना एसपी से मिले ही वापस लौट गया।
15 जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में गृहमंत्री अमित शाह ने सिपाहियों को नियुक्ति पत्र दिए थे। इसके बाद उनकी ट्रेनिंग शुरू हो गई। सभी सिपाही अलग-अलग जिलों में ट्रेनिंग कर रहे हैं। देवरिया में भी ट्रेनिंग चल रही है। इसी बीच, गाजीपुर जिले का एक सिपाही अपने पिता के साथ एसपी ऑफिस पहुंचा। वह एसपी से मिलकर इस्तीफा देना चाहता था।
सिपाही ने एसपी के पीआरओ डॉ. महेंद्र कुमार को बताया कि वह सिपाही की नौकरी से इस्तीफा देना चाहता है। पीआरओ उसकी बात सुनकर हैरान रह गए। सिपाही ने कहा कि उसे ट्रेनिंग के लिए सुबह 4 बजे उठना पड़ता है। इससे उसे बहुत दिक्कत हो रही है। पीआरओ ने पिता-पुत्र को समझाया कि कुछ दिनों में सब ठीक हो जाएगा। उन्होंने कहा कि उसे ट्रेनिंग पूरी करनी चाहिए। पीआरओ की बात सुनकर पिता-पुत्र घर लौट गए। सिपाही ने अभी इस्तीफा नहीं दिया है।
सिपाही के पिता ने बताया कि उनका बेटा पढ़ाई में बहुत अच्छा है। वह रोज सुबह 8 बजे तक सोता है और फिर 7-8 घंटे पढ़ाई करता है। उसने बीएड और टीईटी भी पास कर लिया है। उसका सपना है कि वह बड़ा होकर अधिकारी या शिक्षक बने। उनका एक और बेटा देवरिया जिले के श्रीरामपुर थाने में नौकरी करता है।
इस बारे में सीओ लाइन दीपक शुक्ल ने कहा कि उन्हें सिपाही के इस्तीफे के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, "रिक्रूट के इस्तीफा देने जाने की बात की जानकारी नहीं है। पता कराता हूं। प्रक्षिक्षण के शुरुआती दिनों में यह दिक्कत आती है। बाद में सब कुछ सामान्य हो जाता है।" इसका मतलब है कि ट्रेनिंग के शुरूआती दिनों में दिक्कतें आती हैं, लेकिन बाद में सब ठीक हो जाता है।
देवरिया के पुलिस लाइन में 17 जून से जेटीसी ट्रेनिंग शुरू हुई है। इस ट्रेनिंग में अंबेडकर नगर, अयोध्या, आजमगढ़, गाजीपुर और सुल्तानपुर जिले के सिपाही शामिल हैं। गाजीपुर जिले का एक सिपाही सोमवार को अपने पिता के साथ एसपी ऑफिस पहुंचा था।
पीआरओ डा. महेंद्र कुमार ने सिपाही को समझाया कि ट्रेनिंग में शुरुआत में दिक्कतें होती हैं। उन्होंने कहा कि आगे चलकर सब ठीक हो जाएगा। पीआरओ की बातों को सुनकर सिपाही बिना एसपी से मिले ही वापस लौट गया।
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