इंदौर: देश के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में सात बार अपनी पहचान बना चुका इंदौर अब ट्रैफिक मैनेजमेंट में भी देशभर में मिसाल बनता नजर आ रहा है। इस दिशा में एक अनोखा नाम सामने आया है महिला ट्रैफिक कांस्टेबल सोनाली सोनी, जो अपने गायन के अंदाज़ से लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक कर रही हैं। सिग्नल रेड होते ही शुरु करती हैं गानाइंदौर के व्यस्ततम गीता भवन चौराहे पर जब सिग्नल रेड होता है, तो सोनाली माइक उठाकर गाना शुरू कर देती हैं। वे मशहूर फिल्मी गीत किसी राह पर... को एक नया ट्विस्ट देते हुए गाती हैं 'कहीं चल न देना सिग्नल तोड़कर...' उनके इस अंदाज़ को न केवल सड़क पर मौजूद लोग सराहते हैं, बल्कि सोशल मीडिया पर भी उनके वीडियो खूब वायरल हो रहे हैं।
नवभारतटाइम्स.कॉम से बातचीत में बोलीं सोनालीनवभारत टाइम्स से बातचीत में उन्होंने बताया कि उन्हें बचपन से संगीत का शौक था और लता मंगेशकर को वह अपनी प्रेरणा मानती हैं। कौन हैं सोनाली सोनी?मूल रूप से मंदसौर के नारायणगढ़ की रहने वाली सोनाली ने 2022 में मध्य प्रदेश पुलिस ज्वॉइन की थी। एमसीए डिग्रीधारी सोनाली पहले टीचिंग में थीं और उस दौरान भी अपनी गायकी को लेकर चर्चाओं में रहती थीं। फिलहाल उनकी पोस्टिंग इंदौर के गीता भवन और पलासिया जैसे भीड़भाड़ वाले चौराहों पर है। ऐसे मिली पुलिस में आने की प्रेरणा सोनाली बताती है की पुलिस सेवा में आने की प्रेरणा उन्हें लड़कियों के खिलाफ हो रहे अपराधों से मिली। वह न सिर्फ ट्रैफिक नियम सिखाती हैं, बल्कि महिलाओं को सुरक्षा के प्रति भी जागरूक करती हैं। परिवार में माता-पिता और तीन बहनें हैं, जिनमें सोनाली सबसे बङी हैं। उनका सपना है कि वे आगे चलकर सब-इंस्पेक्टर बनें। गाने के लिए हो चुकी हैं सम्मानितउनके बेहतरीन गायन के लिए फिल्म अभिनेता रज़ा मुराद ने उन्हें 'अंतरराष्ट्रीय गौरव रत्न अवॉर्ड' से सम्मानित किया था। यह सम्मान उन्हें '16 वर्ष की बाली उमर को सलाम' गाने के लिए दिया गया था। फिलहाल, इंदौर की यह सिंगिंग ट्रैफिक कॉप आज लाखों लोगों के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं।
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