कुरनूल: आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में 24 अक्टूबर को हुए भयावह बस हादसे में एक बड़ा खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया है कि हादसे के पीछे सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि कई स्तरों पर लापरवाही और नियमों की अनदेखी शामिल थी। बस के ड्राइवर ने फर्जी शैक्षणिक प्रमाणपत्र से लाइसेंस लिया था। वहीं बस से टकराने वाली बाइक पर सवार दोनों युवक शराब के नशे में थे। इस हादसे में 19 यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई थी। कुरनूल रेंज के डीआईजी कोया प्रवीण ने बताया कि फोरेंसिक रिपोर्ट में साफ हुआ है कि बाइक सवार शिवा शंकर और एरी स्वामी हादसे के समय नशे में थे। उन्होंने कहा कि हममें अब फोरेंसिक पुष्टि मिल गई है कि दोनों व्यक्ति शराब के प्रभाव में थे।
आरोपी ड्राइवर गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि बस के ड्राइवर मिरियाला लक्ष्मैया को गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच में पता चला कि लक्ष्मैया ने केवल कक्षा 5 तक पढ़ाई की थी, लेकिन उसने फर्जी 10वीं कक्षा का सर्टिफिकेट जमा कर भारी वाहन चलाने का लाइसेंस हासिल कर लिया। परिवहन विभाग के नियमों के अनुसार, ट्रांसपोर्ट वाहन चलाने के लिए कम से कम कक्षा 8 तक की पढ़ाई अनिवार्य है। लेकिन कई मामलों में यह नियम खुलेआम तोड़ा जाता है और चालक फर्जी दस्तावेज़ों के ज़रिए लाइसेंस प्राप्त कर लेते हैं।
नशे में थे बाइक सवार युवक
वहीं पुलिस के अनुसार, वहीं जिस बाइक से बस टकराई थी उसमें सवार दोनों युवक 24 अक्टूबर की तड़के करीब 2 बजे लक्ष्मीपुरम गांव से निकले थे। शंकर अपने दोस्त स्वामी को तुग्गली गांव छोड़ने जा रहा था। रास्ते में उन्होंने किआ कार शो-रूम के पास एचपी पेट्रोल पंप पर 2:24 बजे पेट्रोल भरवाया था। उस दौरान का एक सीसीटीवी वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें शंकर को बाइक लापरवाही से चलाते हुए देखा गया। थोड़ी दूरी तय करने के बाद बाइक फिसल गई। शंकर सड़क पर गिरकर डिवाइडर से टकरा गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के वक्त इलाके में भारी बारिश हुई थी, जिससे सड़कें फिसलन भरी थीं।
हादसे में 19 यात्रियों की मौत
कुरनूलल के एसपी विक्रांत पाटिल ने बताया कि शंकर के गिरने के बाद स्वामी ने उसे सड़क से किनारे करने की कोशिश की। लेकिन उसी समय सामने से आ रही स्लीपर बस ने उनकी गिरी हुई बाइक को रौंद दिया। बाइक बस के नीचे फंस गई और कुछ दूरी तक घिसटती चली गई। इस दौरान बाइक का फ्यूल टैंक फट गया और उसमें आग लग गई। देखते ही देखते बस आग की लपटों में घिर गई। बस में कुल 44 यात्री सवार थे, जिनमें से 19 की मौके पर मौत हो गई, जबकि कई अन्य किसी तरह बच निकले। यह बस बेंगलुरु जा रही थी।
बाइक के पीछे बैठे युवक ने बताई सच्चाई
हादसे के बाद घबराए स्वामी ने घटनास्थल से भागकर अपने गांव तुग्गली लौट गया। पुलिस ने बाद में उसे पकड़कर पूछताछ की, जिसके बाद पूरी घटना का खुलासा हुआ। डीआईजी प्रवीण ने कहा कि हालांकि हमें पहले से शक था कि दोनों युवक शराब के नशे में थे, लेकिन पुष्टि के लिए फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा था। अब रिपोर्ट ने यह स्पष्ट कर दिया है। यह भी सामने आया है कि हादसे से पहले दोनों ने पास के एक ढाबे में खाना खाया था, जहां स्वामी ने शराब पीने की बात स्वीकार की थी।
आरोपी ड्राइवर गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि बस के ड्राइवर मिरियाला लक्ष्मैया को गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच में पता चला कि लक्ष्मैया ने केवल कक्षा 5 तक पढ़ाई की थी, लेकिन उसने फर्जी 10वीं कक्षा का सर्टिफिकेट जमा कर भारी वाहन चलाने का लाइसेंस हासिल कर लिया। परिवहन विभाग के नियमों के अनुसार, ट्रांसपोर्ट वाहन चलाने के लिए कम से कम कक्षा 8 तक की पढ़ाई अनिवार्य है। लेकिन कई मामलों में यह नियम खुलेआम तोड़ा जाता है और चालक फर्जी दस्तावेज़ों के ज़रिए लाइसेंस प्राप्त कर लेते हैं।
नशे में थे बाइक सवार युवक
वहीं पुलिस के अनुसार, वहीं जिस बाइक से बस टकराई थी उसमें सवार दोनों युवक 24 अक्टूबर की तड़के करीब 2 बजे लक्ष्मीपुरम गांव से निकले थे। शंकर अपने दोस्त स्वामी को तुग्गली गांव छोड़ने जा रहा था। रास्ते में उन्होंने किआ कार शो-रूम के पास एचपी पेट्रोल पंप पर 2:24 बजे पेट्रोल भरवाया था। उस दौरान का एक सीसीटीवी वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें शंकर को बाइक लापरवाही से चलाते हुए देखा गया। थोड़ी दूरी तय करने के बाद बाइक फिसल गई। शंकर सड़क पर गिरकर डिवाइडर से टकरा गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के वक्त इलाके में भारी बारिश हुई थी, जिससे सड़कें फिसलन भरी थीं।
हादसे में 19 यात्रियों की मौत
कुरनूलल के एसपी विक्रांत पाटिल ने बताया कि शंकर के गिरने के बाद स्वामी ने उसे सड़क से किनारे करने की कोशिश की। लेकिन उसी समय सामने से आ रही स्लीपर बस ने उनकी गिरी हुई बाइक को रौंद दिया। बाइक बस के नीचे फंस गई और कुछ दूरी तक घिसटती चली गई। इस दौरान बाइक का फ्यूल टैंक फट गया और उसमें आग लग गई। देखते ही देखते बस आग की लपटों में घिर गई। बस में कुल 44 यात्री सवार थे, जिनमें से 19 की मौके पर मौत हो गई, जबकि कई अन्य किसी तरह बच निकले। यह बस बेंगलुरु जा रही थी।
बाइक के पीछे बैठे युवक ने बताई सच्चाई
हादसे के बाद घबराए स्वामी ने घटनास्थल से भागकर अपने गांव तुग्गली लौट गया। पुलिस ने बाद में उसे पकड़कर पूछताछ की, जिसके बाद पूरी घटना का खुलासा हुआ। डीआईजी प्रवीण ने कहा कि हालांकि हमें पहले से शक था कि दोनों युवक शराब के नशे में थे, लेकिन पुष्टि के लिए फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा था। अब रिपोर्ट ने यह स्पष्ट कर दिया है। यह भी सामने आया है कि हादसे से पहले दोनों ने पास के एक ढाबे में खाना खाया था, जहां स्वामी ने शराब पीने की बात स्वीकार की थी।
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