बीआर चोपड़ा की 'महाभारत' में कर्ण के रोल में नजर आए पंकज धीर हमारे बीच नहीं। उन्होंने 15 अक्टूबर को इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद उनका 68 की उम्र में निधन हो गया था। अब उनके जाने के 10 दिन बाद परिवार उनकी आत्मा की शांति के लिए ऋषिकेश पहुंचा। वहां पर्मार्थ निकेतन आश्रम में श्रद्धांजलि भी दी।
पंकज धीर के बेटे और एक्टर निकितिन धीर, पत्नी अनीता धीर परिवार के अन्य सदस्यों के सा ऋषिकेश पहुंचकर आध्यात्मिक गुरु स्वामी चिदानंद सरस्वती से मिले। इस दौरान बहू कृतिका नजर नहीं आईं। वहां उनसे घंटों बातें की और शांति प्रार्थना की और दिवंगत एक्टर के सम्मान में गंगा आरती में भी शामिल हुए। जिसका वीडियो फोटो इंटरनेट पर शेयर किया गया है।
पंकज धीर को इस आश्रम में मिलता था सुकून
धीर परिवार ने आश्रम में दिवंगत एक्टर की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और परमार्थ निकेतन के प्रमुख स्वामी चिदानंद सरस्वरी से मुलाकात की। परिवार के मुताबिक, पंकज धीर को इस आश्रम से गहरा जुड़ाव महसूस होता था। और जब भी वह यहां आते थे, उनको सुकून मिलता था। अब जब परिवार यहां आया तो उन्हें भी यहां शांति का एहसास हुआ।
आंखों में आंसू लिए निकितिन धीर पहुंचे थे आश्रम
न्यूज एजेंसी ANI से स्वामीजी ने बात की और बताया, ' पंकज धीर ने महाभारत में कर्ण के रूप में एक यादगार किरदार निभाया था। जब भी वह अपने परिवार के साथ यहां आते थे, वो गंगा घाट पर बहुत ज्यादा वक्त बिताते थे। आज उनका परिवार फिर से आया है और घाट पर शांति प्रार्थना की है। वो भारी मन से, आंखों में आंसू लेकर यहां आए थे लेकिन यहां से हिम्मत लेकर गए हैं।'
पंकज धीर के बेटे और एक्टर निकितिन धीर, पत्नी अनीता धीर परिवार के अन्य सदस्यों के सा ऋषिकेश पहुंचकर आध्यात्मिक गुरु स्वामी चिदानंद सरस्वती से मिले। इस दौरान बहू कृतिका नजर नहीं आईं। वहां उनसे घंटों बातें की और शांति प्रार्थना की और दिवंगत एक्टर के सम्मान में गंगा आरती में भी शामिल हुए। जिसका वीडियो फोटो इंटरनेट पर शेयर किया गया है।
पंकज धीर को इस आश्रम में मिलता था सुकून
धीर परिवार ने आश्रम में दिवंगत एक्टर की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और परमार्थ निकेतन के प्रमुख स्वामी चिदानंद सरस्वरी से मुलाकात की। परिवार के मुताबिक, पंकज धीर को इस आश्रम से गहरा जुड़ाव महसूस होता था। और जब भी वह यहां आते थे, उनको सुकून मिलता था। अब जब परिवार यहां आया तो उन्हें भी यहां शांति का एहसास हुआ।
आंखों में आंसू लिए निकितिन धीर पहुंचे थे आश्रम
न्यूज एजेंसी ANI से स्वामीजी ने बात की और बताया, ' पंकज धीर ने महाभारत में कर्ण के रूप में एक यादगार किरदार निभाया था। जब भी वह अपने परिवार के साथ यहां आते थे, वो गंगा घाट पर बहुत ज्यादा वक्त बिताते थे। आज उनका परिवार फिर से आया है और घाट पर शांति प्रार्थना की है। वो भारी मन से, आंखों में आंसू लेकर यहां आए थे लेकिन यहां से हिम्मत लेकर गए हैं।'
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