किन्नौर: हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में 15 जुलाई से किन्नर कैलाश यात्रा शुरू होने जा रही है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। जिला प्रशासन ने यात्रा के लिए सभी तीर्थयात्रियों के लिए रजिस्ट्रेशन फॉर्म और मेडिकल सर्टिफिकेट अनिवार्य कर दिया है। यह यात्रा 30 अगस्त तक चलेगी। कल्पा के सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (SDM) अमित कलतैइक की अध्यक्षता में इस यात्रा को लेकर एक बैठक हुई। इसमें यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की गई। एसडीएम अमित कलतैइक ने बताया कि यात्रा तांगलिंग गांव से शुरू होगी। पुरबानी कांडा मार्ग की स्थिति का आकलन करने के बाद ही इस पर विचार किया जाएगा। तांगलिंग के मल्लिंग खट्टा में एक बेस कैंप बनाया जाएगा।
कब शुरू हो रहा रजिस्ट्रेशन
यहां सभी तीर्थयात्रियों को अनिवार्य मेडिकल जांच से गुजरना होगा। मेडिकल जांच पूरी करने और 200 रुपये की ग्रीन फीस का भुगतान करने वालों को ही आगे जाने की अनुमति दी जाएगी। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 11 जुलाई से शुरू होगा। तांगलिंग गांव में 14 जुलाई से ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो जाएगा। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एक क्विक रिस्पांस टीम (QRT) का गठन किया गया है। तीर्थयात्रा के दौरान स्वच्छता और साफ-सफाई बनाए रखने पर जोर दिया गया है।
तीर्थयात्रियों से किया जा रहा ये आग्रह
तीर्थयात्रियों से जिम्मेदारी से कार्य करने और यात्रा की पवित्रता बनाए रखने का आग्रह किया गया है। स्वास्थ्य विभाग को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि मार्ग पर कई स्थानों पर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हों। स्थानीय पंचायत हितधारकों को प्रशासन को पूरा सहयोग देने के लिए कहा गया है। एसडीएम ने कहा कि सार्वजनिक शौचालय, सोलर लाइट, स्वच्छ पेयजल, विश्राम गृह, ऑक्सीजन सिलेंडर और चिकित्सा सहायता जैसी बुनियादी सुविधाएं समय पर विभिन्न स्थानों पर उपलब्ध होंगी। गणेश पार्क में बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर और एक मेडिकल ऑफिसर होंगे। पार्वती गुफा में एक पैरामेडिकल टीम और छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर होंगे। जिला प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं के लिए सुगम और सुरक्षित तीर्थयात्रा सुनिश्चित करने के लिए उचित सुरक्षा और लॉजिस्टिक व्यवस्था की है।
कब शुरू हो रहा रजिस्ट्रेशन
यहां सभी तीर्थयात्रियों को अनिवार्य मेडिकल जांच से गुजरना होगा। मेडिकल जांच पूरी करने और 200 रुपये की ग्रीन फीस का भुगतान करने वालों को ही आगे जाने की अनुमति दी जाएगी। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 11 जुलाई से शुरू होगा। तांगलिंग गांव में 14 जुलाई से ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो जाएगा। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एक क्विक रिस्पांस टीम (QRT) का गठन किया गया है। तीर्थयात्रा के दौरान स्वच्छता और साफ-सफाई बनाए रखने पर जोर दिया गया है।
तीर्थयात्रियों से किया जा रहा ये आग्रह
तीर्थयात्रियों से जिम्मेदारी से कार्य करने और यात्रा की पवित्रता बनाए रखने का आग्रह किया गया है। स्वास्थ्य विभाग को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि मार्ग पर कई स्थानों पर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हों। स्थानीय पंचायत हितधारकों को प्रशासन को पूरा सहयोग देने के लिए कहा गया है। एसडीएम ने कहा कि सार्वजनिक शौचालय, सोलर लाइट, स्वच्छ पेयजल, विश्राम गृह, ऑक्सीजन सिलेंडर और चिकित्सा सहायता जैसी बुनियादी सुविधाएं समय पर विभिन्न स्थानों पर उपलब्ध होंगी। गणेश पार्क में बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर और एक मेडिकल ऑफिसर होंगे। पार्वती गुफा में एक पैरामेडिकल टीम और छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर होंगे। जिला प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं के लिए सुगम और सुरक्षित तीर्थयात्रा सुनिश्चित करने के लिए उचित सुरक्षा और लॉजिस्टिक व्यवस्था की है।
You may also like
लॉर्ड्स एमसीसी संग्रहालय में सचिन तेंदुलकर की तस्वीर का अनावरण
हरियाणा : तालाब में डूबने से एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत
सोना-चांदी खरीदना हुआ महंगा, कीमतें 900 रुपए से अधिक बढ़ी
कांग्रेस में नैतिकता है तो राजद से रिश्ता तोड़ लेना चाहिए : राजीव रंजन
सतना में पुलिसकर्मियों को SP ने दिया तोहफा; अब बर्थडे और एनिवर्सरी पर मिलेगा ऑफ, लेकिन... ये शर्त पूरी होना जरूरी