पटना: बिहार की राजधानी पटना के विभिन्न पुलिस थानों में तैनात पांच थाना प्रभारियों (एसएचओ) को पुलिस लाइन भेज दिया गया है, क्योंकि संबंधित क्षेत्रों में कानून-व्यवस्था की स्थिति को संभालने में उनका प्रदर्शन 'निष्प्रभावी' पाया गया। ये एसएचओ कंकड़बाग, सुल्तानगंज, चौक (पटना सिटी), बेउर और पीरबहोर के पांच थानों में तैनात थे। पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कार्तिकेय के शर्मा ने बताया कि उन्हें पुलिस लाइन भेज दिया गया है। कानून-व्यवस्था की स्थिति को संभालने का उनका तरीका निष्प्रभावी पाया गया। इससे पहले, पटना के एक अस्पताल में गैंगस्टर चंदन मिश्रा की हत्या के सिलसिले में कर्तव्य में लापरवाही के लिए पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था।
पांच थाना इंचार्ज लाइन हाजिरपटना के पांच थानेदारों को SSP कार्तिकेय शर्मा ने लाइन हाजिर कर दिया। इनमें पीरबहोर के थानेदार अब्दुल हलीम, कंकड़बाग के थानेदार मुकेश कुमार, सुल्तानगंज के थानेदार मनोज कुमार, चौक (पटना सिटी) थानेदार दुष्यंत कुमार, बेऊर थानेदार अमरेंद्र कुमार शामिल हैं। बढ़ते अपराध और पेंडिंग केस सॉल्व नहीं होने को लेकर कार्रवाई की गई। इन पांच थानेदारों के अलावा कई अन्य थानेदारों को भी लाइन क्लोज किया जा सकता है। 11 थानेदारों को दूसरे जिले से पटना बुलाया गया है, जो ट्रांसफर-पोस्टिंग के इंतजार में हैं।
पटना में नए थानेदार ये बनाए गएनए थानेदारों में पीरबहोर की जिम्मेदारी सज्जाद गद्दी, सुल्तानगंज की कुमार रौशन, कंकड़बाग की अभय कुमार सिंह, बेऊर की राजीव कुमार को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिन्हें दूसरे जिले से बुलाया गया, उन्हें फिलहाल वेटिंग में रखा गया है। इनमें जितेंद्र राणा, प्रमोद कुमार, रंजीत कुमार, पल्लव कुमार, जन्मजेय राय, अफसर हुसैन, अखिलेश कुमार मिश्रा, अमित कुमार, संजीव कुमार, रविंद्र कुमार, अतुलेश कुमार सिंह हैं।
11 दिनों में 13 अफसरों पर एक्शनबताया जा रहा है कि दूसरे जिले से आए सभी पुलिस पदाधिकारियों को पटना SSP नई जिम्मेदारी सौंप सकते हैं। बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर पुलिस-प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं। पहले कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या फिर हॉस्पिटल में घुसकर गैंगस्टर चंदन मिश्रा को गोलियों ने छलनी कर दिया गया। इससे पटना पुलिस की काफी किरकिरी हुई है। पटना में पिछले 18 दिनों में 14 मर्डर हुए हैं। 11 दिनों में 13 पुलिस अधिकारियों पर एक्शन लिया गया। इनमें सात DSP और पांच थानेदार शामिल हैं। एक थाना इंचार्ज को हटा दिया गया।
पटना में 22 नए पुलिस अफसरखेमका मर्डर केस और पारस अस्पताल में गैंगस्टर चंदन मिश्रा की हत्या के बाद पटना के 22 DSP में से सात को हटा दिया गया। इनमें से छह को वेटिंग फॉर पोस्टिंग में डाला गया। जिनको हटाया गया उनमें, पटना लॉ एंड ऑर्डर DSP-2 प्रकाश कुमार भी शामिल हैं। गोपाल खेमका का मर्डर इन्हीं के इलाके में हुआ था। दीघा के लॉ एंड ऑर्डर डीएसपी-2 दिनेश पाण्डेय को STF में नई जिम्मेदारी सौंपी गई। 17 जुलाई को पटना के पारस अस्पताल में गैंगस्टर चंदन मिश्रा की हत्या हुई थी। शुक्रवार को ट्रांसफर किए गए 55 में से 22 पुलिस अधिकारियों की पोस्टिंग पटना जिले में हुई है।
पांच थाना इंचार्ज लाइन हाजिरपटना के पांच थानेदारों को SSP कार्तिकेय शर्मा ने लाइन हाजिर कर दिया। इनमें पीरबहोर के थानेदार अब्दुल हलीम, कंकड़बाग के थानेदार मुकेश कुमार, सुल्तानगंज के थानेदार मनोज कुमार, चौक (पटना सिटी) थानेदार दुष्यंत कुमार, बेऊर थानेदार अमरेंद्र कुमार शामिल हैं। बढ़ते अपराध और पेंडिंग केस सॉल्व नहीं होने को लेकर कार्रवाई की गई। इन पांच थानेदारों के अलावा कई अन्य थानेदारों को भी लाइन क्लोज किया जा सकता है। 11 थानेदारों को दूसरे जिले से पटना बुलाया गया है, जो ट्रांसफर-पोस्टिंग के इंतजार में हैं।
पटना में नए थानेदार ये बनाए गएनए थानेदारों में पीरबहोर की जिम्मेदारी सज्जाद गद्दी, सुल्तानगंज की कुमार रौशन, कंकड़बाग की अभय कुमार सिंह, बेऊर की राजीव कुमार को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिन्हें दूसरे जिले से बुलाया गया, उन्हें फिलहाल वेटिंग में रखा गया है। इनमें जितेंद्र राणा, प्रमोद कुमार, रंजीत कुमार, पल्लव कुमार, जन्मजेय राय, अफसर हुसैन, अखिलेश कुमार मिश्रा, अमित कुमार, संजीव कुमार, रविंद्र कुमार, अतुलेश कुमार सिंह हैं।
11 दिनों में 13 अफसरों पर एक्शनबताया जा रहा है कि दूसरे जिले से आए सभी पुलिस पदाधिकारियों को पटना SSP नई जिम्मेदारी सौंप सकते हैं। बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर पुलिस-प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं। पहले कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या फिर हॉस्पिटल में घुसकर गैंगस्टर चंदन मिश्रा को गोलियों ने छलनी कर दिया गया। इससे पटना पुलिस की काफी किरकिरी हुई है। पटना में पिछले 18 दिनों में 14 मर्डर हुए हैं। 11 दिनों में 13 पुलिस अधिकारियों पर एक्शन लिया गया। इनमें सात DSP और पांच थानेदार शामिल हैं। एक थाना इंचार्ज को हटा दिया गया।
पटना में 22 नए पुलिस अफसरखेमका मर्डर केस और पारस अस्पताल में गैंगस्टर चंदन मिश्रा की हत्या के बाद पटना के 22 DSP में से सात को हटा दिया गया। इनमें से छह को वेटिंग फॉर पोस्टिंग में डाला गया। जिनको हटाया गया उनमें, पटना लॉ एंड ऑर्डर DSP-2 प्रकाश कुमार भी शामिल हैं। गोपाल खेमका का मर्डर इन्हीं के इलाके में हुआ था। दीघा के लॉ एंड ऑर्डर डीएसपी-2 दिनेश पाण्डेय को STF में नई जिम्मेदारी सौंपी गई। 17 जुलाई को पटना के पारस अस्पताल में गैंगस्टर चंदन मिश्रा की हत्या हुई थी। शुक्रवार को ट्रांसफर किए गए 55 में से 22 पुलिस अधिकारियों की पोस्टिंग पटना जिले में हुई है।
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