NBT न्यूज, हिसार जिले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने गुरुवार को विजयादशमी का पावन पर्व बड़े उत्साह से मनाया। इस खास मौके पर संघ ने अपना 100वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। जिला स्तर पर एक भव्य पथ संचलन निकाला गया। इसमें सैकड़ों स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया। यह आयोजन संघ की शक्ति, अनुशासन और देश भर में फैले उसके प्रभाव का प्रतीक बना। समाज के अलग-अलग वर्गों से आईं माताओं, बहनों और बुजुर्गों ने 'जय श्री राम' और 'भारत माता की जय' के नारे लगाए। उन्होंने फूलों की बारिश भी की। कार्यक्रम की शुरुआत शस्त्र पूजन से हुई। इसके बाद मां भारती और श्री राम की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य समाज में समरसता, सेवा भाव और राष्ट्रीय भावना को और मजबूत करना था।
संघ के शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों की शुरुआत गुरुवार को हुई। हिसार शहर के चार उपनगरों और सात मंडलों में एक साथ कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन आयोजनों के माध्यम से संघ ने अपने शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों की प्रभावी शुरुआत की। इसका लक्ष्य समाज में एकता, सेवा और राष्ट्रीय भावना को और भी मजबूत करना है।
मुख्य कार्यक्रम नामदेव उपनगर के पंजाबी भवन में हुआ। इसमें जाने-माने समाजसेवी और चिकित्सक डॉ. सुरेंद्र गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। भारतीय मजदूर संघ के क्षेत्रीय संगठन मंत्री पवन जी ने मुख्य वक्ता के तौर पर अपनी बात रखी। पवन जी ने अपने भाषण में संघ के पिछले 100 सालों की सेवा और समर्पण के इतिहास पर विस्तार से प्रकाश डाला।
इसी कड़ी में, प्रताप पटेल नगर में भी एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहां समाजसेवी और चिकित्सक डॉ. नवीन सोनी मुख्य अतिथि थे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यवाह प्रताप जी ने मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित किया। इस अवसर पर जिला संघ चालक भूपेंद्र जी भी उपस्थित रहे। प्रताप जी ने अपने संबोधन में कहा, "यह सबके लिए गौरव का विषय है कि हमें संघ के सौ वर्ष देखने का अवसर मिला है।"
प्रताप जी ने संघ की 100 साल की लंबी यात्रा के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि संघ ने इस दौरान कई बड़े उतार-चढ़ाव देखे हैं। उन्होंने बताया, "इन सौ वर्षों में संघ ने बड़े उतार चढ़ाव देखे हैं। कठिनाइयां आईं, राह रोकने का प्रयास किया गया पर संघ के स्वयंसेवक निर्बाध, निर्भीक आत्मविश्वास और जोश के साथ समाज के लोगों के साथ कदम से कदम मिलाते समाज और राष्ट्र को आगे की ओर बढ़ाते रहे।"
प्रताप जी ने आगे कहा कि संघ ने कभी खुद को आगे बढ़ाने का काम नहीं किया। उन्होंने जोर देकर कहा, "संघ ने कभी अपने आप को आगे बढ़ाने का काम नहीं किया। संघ ने सदैव समाज, संत समाज को आगे रखा।" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस सौ साल की यात्रा में उनका मकसद अपनी पीठ थपथपाना नहीं है। उन्होंने कहा, "सौ वर्ष की इस यात्रा में पीठ थपथपाना हमारा उद्देश्य नहीं है।"
प्रताप जी ने दुनिया की मौजूदा स्थिति पर भी बात की। उन्होंने बताया कि आज पूरी दुनिया भारत की तरफ उम्मीद से देख रही है। उन्होंने कहा, "पूरी दुनिया भारत की तरफ देख रही है। सब जगह संघर्ष का माहौल है। फ्रांस, ब्रिटेन, श्रीलंका, बांग्लादेश और वर्तमान में नेपाल इसके उदाहरण है।"
संघ के शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों की शुरुआत गुरुवार को हुई। हिसार शहर के चार उपनगरों और सात मंडलों में एक साथ कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन आयोजनों के माध्यम से संघ ने अपने शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों की प्रभावी शुरुआत की। इसका लक्ष्य समाज में एकता, सेवा और राष्ट्रीय भावना को और भी मजबूत करना है।
मुख्य कार्यक्रम नामदेव उपनगर के पंजाबी भवन में हुआ। इसमें जाने-माने समाजसेवी और चिकित्सक डॉ. सुरेंद्र गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। भारतीय मजदूर संघ के क्षेत्रीय संगठन मंत्री पवन जी ने मुख्य वक्ता के तौर पर अपनी बात रखी। पवन जी ने अपने भाषण में संघ के पिछले 100 सालों की सेवा और समर्पण के इतिहास पर विस्तार से प्रकाश डाला।
इसी कड़ी में, प्रताप पटेल नगर में भी एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहां समाजसेवी और चिकित्सक डॉ. नवीन सोनी मुख्य अतिथि थे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यवाह प्रताप जी ने मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित किया। इस अवसर पर जिला संघ चालक भूपेंद्र जी भी उपस्थित रहे। प्रताप जी ने अपने संबोधन में कहा, "यह सबके लिए गौरव का विषय है कि हमें संघ के सौ वर्ष देखने का अवसर मिला है।"
प्रताप जी ने संघ की 100 साल की लंबी यात्रा के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि संघ ने इस दौरान कई बड़े उतार-चढ़ाव देखे हैं। उन्होंने बताया, "इन सौ वर्षों में संघ ने बड़े उतार चढ़ाव देखे हैं। कठिनाइयां आईं, राह रोकने का प्रयास किया गया पर संघ के स्वयंसेवक निर्बाध, निर्भीक आत्मविश्वास और जोश के साथ समाज के लोगों के साथ कदम से कदम मिलाते समाज और राष्ट्र को आगे की ओर बढ़ाते रहे।"
प्रताप जी ने आगे कहा कि संघ ने कभी खुद को आगे बढ़ाने का काम नहीं किया। उन्होंने जोर देकर कहा, "संघ ने कभी अपने आप को आगे बढ़ाने का काम नहीं किया। संघ ने सदैव समाज, संत समाज को आगे रखा।" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस सौ साल की यात्रा में उनका मकसद अपनी पीठ थपथपाना नहीं है। उन्होंने कहा, "सौ वर्ष की इस यात्रा में पीठ थपथपाना हमारा उद्देश्य नहीं है।"
प्रताप जी ने दुनिया की मौजूदा स्थिति पर भी बात की। उन्होंने बताया कि आज पूरी दुनिया भारत की तरफ उम्मीद से देख रही है। उन्होंने कहा, "पूरी दुनिया भारत की तरफ देख रही है। सब जगह संघर्ष का माहौल है। फ्रांस, ब्रिटेन, श्रीलंका, बांग्लादेश और वर्तमान में नेपाल इसके उदाहरण है।"
You may also like
शरद पूर्णिमा 2025: इस बार भद्रा और पंचक का साया, जानें तारीख और खास बातें!
झुंझुनू में पांच करोड़ के गांजा के साथ दो गिरफ्तार
लोकनायक मुरलीधर व्यास की मूर्ति से छेड़खानी पर आंदाेलन की चेतावनी
इन 3 फिल्मों से बना अल्लू अर्जुन` का करियर नहीं तो आज होती भिखारियों से भी बुरी हालत
RBI: अगर आपके पास भी है दो हजार रुपए का नोट तो आज ही कर लें ये काम