अयोध्या: राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण जहां अंतिम चरण में है, वहीं इसे सीधे सरयू तट से जोड़ने के लिए रिवर फ्रंट परियोजना पर भी तेजी से काम हो रहा है। पर्यटन विभाग लगभग 23.46 करोड़ रुपये की लागत से इस सरयू रिवर फ्रंट का निर्माण करा रहा है, जिससे अयोध्या की खूबसूरती और पर्यटन सुविधाओं में बड़ा इजाफा होगा।
डीएम निखिल टीकाराम फुंडे के मुताबिक, रिवर फ्रंट परियोजना के तहत घाट की सीढ़ियों पर पत्थर लगाने का कार्य पूरा हो चुका है। साथ ही 9 छतरियों के फाउंडेशन का काम भी तेजी से चल रहा है। यहां बनने वाली छतरियां घाट को भव्यता और ऐतिहासिक स्वरूप देंगी।
योग स्थल भी बनेगारिवर फ्रंट का डिज़ाइन ऐसा तैयार किया गया है कि यह प्राकृतिक सौंदर्य और आध्यात्मिक वातावरण को एक साथ जोड़ता है। यहां आने वाले श्रद्धालु सरयू नदी में स्नान के अलावा ध्यान, योग और अन्य आध्यात्मिक गतिविधियों का आनंद भी ले सकेंगे। परियोजना में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा के लिए बैठने की सुंदर व्यवस्था, छायादार स्थल और घूमने के लिए आकर्षक पथ भी बनाए जा रहे हैं।
लगाए जा रहे शिलालेखइसके अलावा, रिवर फ्रंट पर 24 इंटरप्रिटेशन वाल, शिलालेख और साइनेज भी लगाए जा रहे हैं, जिससे श्रद्धालुओं और पर्यटकों को अयोध्या के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व की जानकारी मिल सके। डीएम ने बताया कि लक्ष्य के अनुरूप कार्य को शीघ्र पूरा किया जा रहा है और जल्द ही यह रिवर फ्रंट श्रद्धालुओं व पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। इस परियोजना से अयोध्या आने वाले लाखों पर्यटकों को न सिर्फ सुविधाजनक माहौल मिलेगा, बल्कि शहर का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी और अधिक निखर कर सामने आएगा।
डीएम निखिल टीकाराम फुंडे के मुताबिक, रिवर फ्रंट परियोजना के तहत घाट की सीढ़ियों पर पत्थर लगाने का कार्य पूरा हो चुका है। साथ ही 9 छतरियों के फाउंडेशन का काम भी तेजी से चल रहा है। यहां बनने वाली छतरियां घाट को भव्यता और ऐतिहासिक स्वरूप देंगी।
योग स्थल भी बनेगारिवर फ्रंट का डिज़ाइन ऐसा तैयार किया गया है कि यह प्राकृतिक सौंदर्य और आध्यात्मिक वातावरण को एक साथ जोड़ता है। यहां आने वाले श्रद्धालु सरयू नदी में स्नान के अलावा ध्यान, योग और अन्य आध्यात्मिक गतिविधियों का आनंद भी ले सकेंगे। परियोजना में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा के लिए बैठने की सुंदर व्यवस्था, छायादार स्थल और घूमने के लिए आकर्षक पथ भी बनाए जा रहे हैं।
लगाए जा रहे शिलालेखइसके अलावा, रिवर फ्रंट पर 24 इंटरप्रिटेशन वाल, शिलालेख और साइनेज भी लगाए जा रहे हैं, जिससे श्रद्धालुओं और पर्यटकों को अयोध्या के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व की जानकारी मिल सके। डीएम ने बताया कि लक्ष्य के अनुरूप कार्य को शीघ्र पूरा किया जा रहा है और जल्द ही यह रिवर फ्रंट श्रद्धालुओं व पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। इस परियोजना से अयोध्या आने वाले लाखों पर्यटकों को न सिर्फ सुविधाजनक माहौल मिलेगा, बल्कि शहर का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी और अधिक निखर कर सामने आएगा।
You may also like
पाकिस्तान: इमारत गिरने से कम से कम 16 लोगों की मौत, सुरक्षा मानकों को लेकर छिड़ी चर्चा
गोपाल खेमका हत्याकांड : बिहार के डीजीपी विनय कुमार बोले, दोषियों की गिरफ्तारी जल्द
मद्रास हाई कोर्ट का फैसला, विदेशी आयुर्वेदिक दवाओं के आयात के लिए अनिवार्य होगा लाइसेंस
'गुलाबी साड़ी' फेम संजू बोले, 'मराठी म्यूजिक में हैं कई संभावनाएं'
उत्तरी हरिद्वार में भारत विकास परिषद जाह्नवी शाखा का सांस्कृतिक अधिष्ठापन आयोजित