Chewing Curry Leaves Empty Stomach Benefits: कब्ज एक आम लेकिन परेशान करने वाली समस्या है, जिसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। खराब डाइट, अनियमित जीवनशैली, मानसिक तनाव, कुछ दवाओं का सेवन और शरीर में पानी की कमी, ये सभी कब्ज की प्रमुख वजहें हैं।
कभी-कभी खराब खानपान के कारण अस्थायी कब्ज हो सकता है, लेकिन कुछ लोगों को यह समस्या लगातार बनी रहती है। यदि कब्ज लंबे समय तक बना रहे, तो यह पाचन तंत्र को कमजोर कर सकता है। लंबे समय तक कब्ज रहने से पेट में गैस, एसिडिटी और अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यही नहीं, यह स्थिति बाद में पाइल्स (बवासीर) जैसी गंभीर बीमारी का कारण भी बन सकती है। इसलिए कब्ज को नजरअंदाज न करें और समय रहते उचित खानपान, पानी का पर्याप्त सेवन और नियमित दिनचर्या को अपनाएं ताकि इस बीमारी से निजात मिलें।
हम सभी जानते हैं कि डिहाइड्रेशन कब्ज का कारण बनता है। कुछ लोग ऐसे हैं जो कब्ज को दूर करने के लिए भर-भर के पानी पीते हैं लेकिन फिर भी उनकी कब्ज का इलाज नहीं होता। अगर आप भी कब्ज से परेशान है तो आप कुछ देसी हर्ब का सेवन करें। कुछ हर्बल पौधों की पत्तियां न सिर्फ कब्ज का इलाज करती हैं बल्कि आपके पाचन को भी दुरुस्त करती है।
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने कब्ज को दूर करने के लिए जिस औषधि का नाम बताया है वो है करी पत्ता। करी पत्ता के नाम से मशहूर इस मीठे नीम की कुछ पत्तियों को अगर दिन में दो बार खाली पेट खाया जाए तो ये पत्तियां पुराने से पुराने कब्ज का इलाज कर सकती हैं। करी पत्ता की पत्तियों का सेवन करने से पाइल्स की समस्या का खतरा टलता है और पाचन दुरुस्त रहता है। खाली पेट करी पत्ता का सेवन करने से ब्लड की अशुद्धियां दूर होंगी। आइए जानते हैं कि करी पत्ता कैसे पाचन को दुरुस्त करता है।
करी पत्ता कैसे करता है पाचन में सुधार
आयुर्वेद के अनुसार करी पत्ता सिर्फ एक स्वाद बढ़ाने वाला मसाला नहीं है, बल्कि यह एक शक्तिशाली औषधीय पौधा भी है जो खासतौर पर पाचन तंत्र को दुरुस्त करने में मददगार साबित होता है। आयुर्वेद में पाचन क्षमता को जठराग्नि कहा जाता है अगर रोज करी पत्ता का सेवन किया जाए तो जठराग्नि उत्तेजित होती है और पाचन दुरुस्त रहता है। करी पत्ता भोजन को तोड़ता है और शरीर में ठीक से अवशोषित करता है। इन पत्तों को रोज खाने से पुराने से पुराने कब्ज का इलाज होता है। करी पत्ते में मौजूद फाइबर मल को सॉफ्ट करता है और आंतों की गति में सुधार करता है। अगर आप करी पत्ते को सुबह खाली पेट चबा लें तो कब्ज की बीमारी का बिना दवा के ही इलाज कर सकते हैं।
इसका सेवन करने से पाचन एंजाइम एक्टिव होते हैं जिससे खाना आसानी से और जल्दी पचता है। रोज करी पत्ता खाने से पेट की गैस,अपच, पेट में भारीपन और पेट की जलन कंट्रोल रहती है। आयुर्वेद के मुताबिक करी पत्ता लिवर में जमा गंदगी को साफ करता है और लिवर डिटॉक्स होता है। यह लिवर द्वारा पित्त के निर्माण को प्रोत्साहित करता है, जो वसा और दूसरे पोषक तत्वों के पाचन में सहायक होता है। करी पत्तों को दिन में दो बार खाने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है जिससे एनर्जी के स्तर में सुधार होता है। इन पत्तों का सेवन करने से बॉडी की कमजोरी और थकान दूर होती है। वजन को कंट्रोल करने में ये पत्ते जादुई असर करते हैं।
करी पत्ते का कैसे करें सेवन
- सुबह खाली पेट 5-10 ताजे करी पत्ते चबाएं आपका पाचन दिन भर दुरुस्त रहेगा।
- करी पत्ते का रस निकालकर उसमें नींबू और थोड़ा शहद मिलाकर भी उसका सेवन कर सकते हैं।
- भोजन में करी पत्ते का तड़का लगाकर नियमित सेवन करें।
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