वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद मामले में आज एक और अहम दिन है। लंबे समय से सील बंद वजूखाने के ताले पर लगे फटे कपड़े को बदलने की मांग पर आज कोर्ट अपना फैसला सुना सकती है।अगर अदालत इजाजत देती है,तो सभी पक्षों की मौजूदगी में ताले पर लगी पुरानी और गल चुकी सील को बदला जा सकता है। दोपहर2बजे के बाद इस पर फैसला आने की उम्मीद है।क्यों पड़ी कपड़ा बदलने की जरूरत?दरअसल,सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से ही वजूखाना सील है और उसके गेट पर ताला लगा हुआ है।इसी ताले पर एक सरकारी मुहर लगा कपड़ा बांधा गया था। समय के साथ धूप और बारिश की वजह से यह कपड़ा पूरी तरह से खराब होकर गल गया था। इसी को लेकर अदालत में एक याचिका दायर की गई थी,जिसमें कहा गया था कि सीलिंग का कपड़ा खराब हो चुका है और इसे बदलना जरूरी है।लंबे समय से चल रहा है विवादज्ञानवापी का यह विवाद कई सालों से अदालत में है। इसकी शुरुआत अगस्त2021में हुई,जब5हिंदू महिलाओं ने वाराणसी की सिविल कोर्ट में याचिका दायर कर ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के अंदर देवी-देवताओं की रोजाना पूजा करने की इजाजत मांगी थी।इसके बाद,कोर्ट के आदेश पर पूरे परिसर का वीडियो सर्वे किया गया,जिसमें वजूखाने में एक ऐसी संरचना मिली,जिसे हिंदू पक्ष'शिवलिंग'और मुस्लिम पक्ष'फव्वारा'बता रहा है।तभी से यह स्थान सील है।12सितंबर2022को जिला अदालत ने हिंदू पक्ष की याचिका को सुनवाई के योग्य माना था,जिसके बाद से यह मामला लगातार सुर्खियों में है।
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