भारत के सीमावर्ती राज्यों में होने वाला एक बड़ा और महत्वपूर्ण सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल जो पहले फरवरी के पहले हफ्ते में होना था, अब बीच फरवरी तक के लिए टाल दिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बताया है कि यह बदलाव प्रशासनिक कारणों से किया गया है।
यह ड्रिल जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात जैसे संवेदनशील सीमावर्ती राज्यों के लिए बेहद अहम है। इसका मुख्य मकसद है कि इन राज्यों में नागरिक सुरक्षा बल (सिविल डिफेंस), विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां और सरकारी विभाग किसी भी आपात स्थिति, खासकर दुश्मन के हमले या हवाई हमलों से निपटने के लिए कितने तैयार हैं। इस अभ्यास के दौरान, नागरिक सुरक्षा और अन्य बल वास्तविक जैसी स्थितियों का सामना करेंगे।
इस मॉक ड्रिल में सिर्फ सिविल डिफेंस ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), स्थानीय पुलिस, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लोग भी हिस्सा लेंगे। उन्हें सिखाया जाएगा कि कैसे हवाई हमलों या बम विस्फोट जैसी काल्पनिक परिस्थितियों में लोगों को सुरक्षित बाहर निकालें, घायलों को तुरंत प्राथमिक उपचार दें और आपदा स्थल पर प्रभावी ढंग से बचाव कार्य करें।
यह अभ्यास न केवल देश की आपदा प्रबंधन क्षमताओं को मजबूत करेगा, बल्कि आम नागरिकों को भी यह सिखाएगा कि ऐसी मुश्किल घड़ी में वे अपनी और दूसरों की जान बचाने के लिए क्या करें। कुल मिलाकर, यह मॉक ड्रिल देश की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने और नागरिक-सैन्य सहयोग को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसे अब बस कुछ हफ्तों के लिए टाला गया है।
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