अडानी समूह और भूटान की ड्रुक ग्रीन पावर कॉरपोरेशन (डीजीपीसी) ने भूटान में 5,000 मेगावाट की जलविद्युत क्षमता परियोजना को संयुक्त रूप से विकसित करने के लिए एक ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग तोबगे, ऊर्जा एवं प्राकृतिक संसाधन मंत्री लियोनपो जेम शेरिंग और अन्य वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में डीजीपीसी द्वारा समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। अडानी ग्रीन हाइड्रो लिमिटेड के प्रबंध निदेशक दाशो चेवांग रिन और अडानी ग्रीन हाइड्रो लिमिटेड (पीएसपी एंड हाइड्रो) के सीओओ नरेश तेलगु ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
यह समझौता ज्ञापन 570/900 मेगावाट वांगचू जलविद्युत परियोजना के लिए मौजूदा सहयोग पर आधारित है, जिसमें डीजीपीसी की 51% की बहुलांश हिस्सेदारी है और अडानी की 49% हिस्सेदारी होगी। 5,000 मेगावाट की इस विशाल पहल में अतिरिक्त जलविद्युत और पंप भंडारण परियोजनाओं की पहचान करना शामिल होगा, जिसके लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की जाएगी और उनके कार्यान्वयन को चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया जाएगा।
अदाणी ग्रीन हाइड्रो लिमिटेड के सीओओ, पीएसपी और हाइड्रो, नरेश तेलगु ने कहा, “यह साझेदारी स्वच्छ ऊर्जा बुनियादी ढांचे के विकास के लिए हमारी मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाती है और क्षेत्रीय ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ाती है। डीजीपीसी के साथ मिलकर, हम भूटान को भारत को विश्वसनीय हरित ऊर्जा निर्यात करने के लिए अपनी जलविद्युत क्षमता का दोहन करने में सक्षम बना रहे हैं।
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