ऑपरेशन सिंदूर: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की पृष्ठभूमि में, पाकिस्तान में आंतरिक विद्रोह के स्पष्ट संकेत दिखने लगे हैं। राजधानी इस्लामाबाद स्थित लाल मस्जिद के मुख्य मौलवी मौलाना अब्दुल अजीज गाजी ने अपने भाषण में पाकिस्तानी सेना के खिलाफ खुलकर बगावत की है और सरकार व सेना पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके भाषण का वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
‘क्या आप भारत से लड़ने के लिए तैयार हैं?’ मौलाना का सीधा सवाल, भीड़ में सन्नाटागाजी ने मस्जिद में उपस्थित हजारों लोगों से पूछा, “यदि पाकिस्तान भारत के खिलाफ युद्ध की घोषणा करता है, तो क्या आप इसके लिए तैयार हैं? क्या आप में से कोई लड़ने के लिए आगे आएगा?” हालाँकि मौलाना के सवाल के बाद भी किसी ने हाथ नहीं उठाया। पूरे इलाके में सन्नाटा छा गया। इस पर मौलाना गाजी ने कहा, “अगर मेरे सवाल पर कोई हाथ नहीं उठाता तो मतलब साफ है। लोगों को अपने देश पर भी भरोसा नहीं है।” इस बयान को पाकिस्तान में मौजूदा राजनीतिक, सामाजिक और सैन्य अस्थिरता का प्रतीक माना जा रहा है।
पाकिस्तानी सेना पर अपने ही नागरिकों पर बमबारी करने का गंभीर आरोपगाजी ने बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में पाकिस्तानी सेना के दमन और अत्याचारों के चौंकाने वाले विवरण उजागर किए। उन्होंने आरोप लगाया कि, “पाकिस्तानी सरकार और सेना अपने ही नागरिकों पर बमबारी कर रही है। बलूच और पख्तून आबादी के खिलाफ अन्याय के मामले बढ़ रहे हैं और कई लोग बिना किसी सुराग के गायब हो रहे हैं।” विशेष रूप से बलूचिस्तान के लोगों के साथ हो रहे अन्याय के बारे में मौलाना ने कहा, “सेना लोगों का अपहरण करती है, झूठे आरोपों में उन पर प्रतिबंध लगाती है और उनके अपने गांवों पर बमबारी करती है।”
जनरल असीम मुनीर को निशाना बनाते हुए सरकार और सेना की सीधी आलोचना की गईमौलाना गाजी ने सीधे तौर पर पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर और उनके कोर कमांडरों की आलोचना की और उनका उपहास किया। उन्होंने कहा, “इन लोगों को सिर्फ सत्ता का लालच है। ये देश और धर्म की रक्षा नहीं करते, बल्कि अपने ही लोगों को दुश्मन समझते हैं।” उन्होंने प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ की कैबिनेट को भी चेतावनी देते हुए कहा, “लोगों का धैर्य खत्म हो रहा है। देश का आंतरिक असंतोष जल्द ही ज्वालामुखी का रूप ले सकता है।”
भारत को परमाणु बम की चेतावनी, ‘गुस्साई बिल्ली खंभा नोचे’इस बीच पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक बार फिर भारत को परमाणु हमले की धमकी दी है। उन्होंने कहा, “भारत कभी भी नियंत्रण रेखा पर सैन्य कार्रवाई कर सकता है। हम भी इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे।” हालाँकि, पाकिस्तान की आम जनता के बीच इन धमकियों का कोई आधार नहीं है, जैसा कि मौलाना गाजी के भाषण और उपस्थित लोगों की उदासीन प्रतिक्रिया से स्पष्ट है।
पाकिस्तान में आंतरिक विद्रोह का प्रभाव?वर्तमान में पाकिस्तान में धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर तीव्र अशांति है। इस्लामाबाद जैसी जगहों पर सेना और सरकार के खिलाफ खुलेआम सवाल उठाए जा रहे हैं। बलूचिस्तान और पख्तूनख्वा क्षेत्र में सैन्य अभियानों के खिलाफ आवाज उठाने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है। मौलाना गाजी के भाषण और उस पर जनता की मौन प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट हो जाता है कि पाकिस्तान में आंतरिक असंतोष अब खुला रूप ले रहा है। आज कठोर वास्तविकता यह है कि पाकिस्तानी नेतृत्व, जो भारत से युद्ध करने की धमकी देता रहा है, को अब अपने ही लोगों का समर्थन नहीं मिल रहा है।
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