ये किस्मत है… मशहूर कन्नड़ अभिनेत्री ने शादी के 11 दिन बाद ही पति खो दिया! 25 की उम्र में विधवा
60 और 70 के दशक की मशहूर अभिनेत्री लीना चंदावरकर ने सौंदर्य प्रतियोगिता जीतकर फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था। लीना ने उस दौर के हर सुपरस्टार के साथ काम किया और कई फिल्मों में काम किया। लेकिन करियर में सफलता के बावजूद उन्हें निजी जिंदगी में दुखों का सामना करना पड़ा।
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लीना का जन्म 29 अगस्त 1950 को कर्नाटक के धारवाड़ में एक कोंकणी मराठी परिवार में हुआ था। उनके पिता श्रीनाथ चंदावरकर एक आर्मी ऑफिसर थे। लीना का झुकाव कम उम्र में ही ग्लैमर इंडस्ट्री की ओर होने लगा था। कुछ महीनों तक मॉडलिंग करने के बाद उन्होंने फिल्मफेयर द्वारा आयोजित फ्रेश फेस ब्यूटी कॉन्टेस्ट में हिस्सा लिया। लीना ने कॉन्टेस्ट में दूसरा स्थान हासिल किया।
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मॉडलिंग के दौरान लीना ने महज 18 साल की उम्र में कई विज्ञापनों में काम करना शुरू कर दिया था। कुछ फिल्मी हस्तियों के संपर्क में आने के बाद लीना ने सुनील दत्त की फिल्म मसीहा (1967) के लिए ऑडिशन दिया और उन्हें मौका मिल गया। लेकिन शूटिंग शुरू होने से पहले ही फिल्म बंद हो गई। इस तरह सुनील ने लीना को अपनी दूसरी फिल्म मन का मीत में रोल ऑफर किया। 1968 में रिलीज हुई इस फिल्म ने लीना को रातों-रात स्टार बना दिया।
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70 के दशक में हेमा मालिनी और मुमताज सबसे मशहूर अभिनेत्रियाँ मानी जाती थीं, हालाँकि कुछ हिट फ़िल्मों के साथ लीना उनके साथ शीर्ष पर पहुँच गईं। 1969 से 1979 तक के 10 सालों में लीना ने उस दौर के हर सुपरस्टार के साथ काम किया। उन्होंने राजेश खन्ना के साथ महबूब की मेहंदी, दिलीप कुमार के साथ बैराग और जीतेंद्र के साथ हमजोली में भी काम किया।
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महज 24 साल की उम्र में लीना ने सिद्धार्थ बंदोदकर से शादी कर ली। सिद्धार्थ एक बड़े राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनसे शादी करने के लिए लीना ने कई फिल्में छोड़ दीं। लेकिन शादी के महज 11 दिन बाद… घर की सफाई करते वक्त सिद्धार्थ को गलती से गोली लग गई और उनकी मौत हो गई। उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। तमाम कोशिशों और इलाज के बावजूद 11 महीने बाद सिद्धार्थ की मौत हो गई। उस वक्त लीना की उम्र महज 25 साल थी।
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सिद्धार्थ की मौत के बाद लीना अपने परिवार के साथ रहती थीं। लेकिन घरवाले सिद्धार्थ की मौत की वजह उन्हें बताकर ताने मारते थे। घरवालों के व्यवहार से तंग आकर लीना आत्महत्या करना चाहती थीं। लेकिन उन्हें लगा कि फिर से फिल्में करना बेहतर रहेगा। फिल्मों में वापसी के बाद उन्होंने दिलीप कुमार के साथ फिल्म बैराग में काम किया। बतौर हीरो दिलीप कुमार की यह आखिरी फिल्म थी। यह बॉक्स ऑफिस पर असफल रही। इसके बाद उन्होंने यारों का यार, आखिरी गोली, नालायक जैसी फिल्मों में काम किया।
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फिल्म प्यार अजनबी है में साथ काम करते हुए किशोर कुमार को लीना चंदावरकर से प्यार हो गया था। दोनों साथ में समय बिताते रहे और बाद में लीना भी उन्हें पसंद करने लगीं, लेकिन लीना का परिवार उनके रिश्ते से खुश नहीं था। लीना से शादी करने से पहले किशोर कुमार की तीन बार शादी हो चुकी थी। उन्होंने अपनी पहली पत्नी रूमा घोष को तलाक दे दिया था। उनकी दूसरी पत्नी मधुबाला का निधन हो चुका था। उन्होंने अपनी तीसरी पत्नी योगिता बाली को भी तलाक दे दिया था। दूसरी बड़ी वजह यह थी कि किशोर लीना से 20 साल बड़े थे।
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लीना के पिता ने साफ मना कर दिया कि शादी नहीं होगी। जब किशोर को पता चला कि लीना के पिता शादी के खिलाफ हैं, तो वह हर रोज धारवाड़ में अपने घर के बाहर बैठकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। विरोध प्रदर्शन करते समय किशोर जोर-जोर से गाना गाते थे। लीना के पिता एक आर्मी ऑफिसर थे और बहुत सख्त थे, लेकिन इसके बावजूद किशोर अपने व्यक्तित्व से उन्हें मनाने में कामयाब रहे।
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लीना चंदावरकर और किशोर कुमार की शादी 1980 में हुई थी। दरअसल किशोर और लीना ने अपने परिवार की सहमति से एक साल पहले ही कोर्ट में शादी कर ली थी। जब दोनों ने परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में दोबारा शादी की, तब लीना 7 महीने की गर्भवती थीं।
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किशोर कुमार से शादी करने और माँ बनने के तुरंत बाद लीना ने फिल्मों में काम करना पूरी तरह से बंद कर दिया। उनकी आखिरी फिल्म 1989 की फिल्म ममता की छांव में थी, जिसमें वह राजेश खन्ना के साथ नज़र आईं। यह फिल्म उनके फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने के कई साल बाद रिलीज़ हुई थी।
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लीना चंदावरकर और किशोर कुमार मुंबई के वार्डन रोड पर रहते थे। लेकिन 13 अक्टूबर 1987 को किशोर कुमार की मौत हो गई। शादी के महज 7 साल बाद लीना फिर से विधवा हो गईं। किशोर कुमार की मौत के कुछ दिनों बाद लीना चंदावरकर उनकी तीसरी पत्नी रूमा गुहा के बेटे अमित कुमार और उनकी पत्नी के साथ रहने लगीं।
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