वाशिंगटन: ऐसा प्रतीत होता है कि ट्रम्प प्रशासन ने किसी तरह से देश से विदेशी छात्रों के पलायन की योजना बना ली है। कुछ समय पहले छात्रों का वैधानिक दर्जा खत्म करने को लेकर विवाद हुआ था। अब, यदि किसी विदेशी छात्र को छात्र एवं विनिमय आगंतुक सूचना प्रणाली (SEVIS) से हटा दिया जाता है, तो उसकी छात्र वीज़ा स्थिति और कानूनी स्थिति दोनों तुरंत समाप्त हो जाएंगी और उसे निर्वासित किया जा सकता है।
इस ट्रम्प प्रशासन ने किसी तरह विदेशी छात्रों को अमेरिका में न रहने देने और उन्हें लगातार परेशान करने की यह नई तरकीब निकाल ली है, ताकि वे उत्पीड़न के कारण भी अमेरिका छोड़ दें। SEVIS का रखरखाव अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग द्वारा किया जाता है। यह विदेशी छात्रों और विनिमय आगंतुकों की आव्रजन स्थिति पर नज़र रखता है।
आईसीई के अंतर्गत सभी सेवा कर्मियों को एक ज्ञापन भी भेजा गया है, जिसमें उनसे संयुक्त राज्य अमेरिका में विदेशी मूल के छात्र की कानूनी स्थिति को समाप्त करने के लिए मानदंडों की एक विस्तृत सूची प्रदान करने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही एक नए ज्ञापन में आईसीई ने विदेशी छात्रों को चेतावनी जारी की है कि अगर उनके रिकॉर्ड में खामियां पाई गईं तो भी उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। दूसरे शब्दों में, यदि यह छात्र यहां अध्ययन करने के बावजूद बेरोजगार है या नौकरी छूटने के कारण लंबे समय तक बेरोजगार रहता है, तो उसे उसकी सेवा में पाए गए अंतराल के आधार पर निर्वासन नोटिस प्राप्त हो सकता है।
अधिकांश कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि जब भी किसी छात्र का दर्जा छीना जाता है, तो उचित प्रक्रिया का पालन किया जाता है। नए ज्ञापन के अनुसार, यदि आपका नाम सेवा से हटा दिया जाता है, तो आपका छात्र वीज़ा और छात्रों के लिए कानूनी स्थिति दोनों तुरंत छीन ली जा सकती है। उसके निर्वासन की प्रक्रिया भी शुरू हो सकती है। यहां एकमात्र राहत यह है कि छात्र का नाम उस दिन से निर्वासित नहीं किया जा सकता जिस दिन उसका नाम सेवा से हटा दिया जाता है।
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