नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के इंदौर में दशहरे पर अब सोनम रघुवंशी का पुतला नहीं जलाया जाएगा। सोनम की मां की तरफ से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने ऐसा करने पर रोक लगा दी है। दरअसल इंदौर में इस बार दशहरे के मौके पर शूर्पनखा दहन कार्यक्रम रखा गया था। इसमें सोनम रघुवंशी समेत 11 ऐसी महिलाओं के पुतले जलाए जाने की योजना थी जो जघन्य अपराध में शामिल रही हैं। आयोजकों ने इसे समाज में बुराई के खिलाफ एक प्रतीकात्मक कदम बताया था जबकि सोनम की मां संगीता रघुवंशी ने इसे अपनी बेटी की प्रतिष्ठा पर हमला बताया जिसके बाद हाईकोर्ट ने इस कार्यक्रम के आयोजन पर रोक लगा दी।
सोनम रघुवंशी वही है जिसने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर शिलांग में हनीमून के दौरान अपने पति राजा रघुवंशी की हत्या कर दी थी। यह मामला काफी सुर्खियों में रहा था। सोनम और राजा दोनों ही इंदौर के रहने वाले थे और शादी के बाद हनीमून मनाने गए थे। इस पूरे केस में कई नाटकीय घटनाक्रम सामने आए और बाद में जब पुलिस ने केस की गुत्थी सुलझाई तो पत्नी के द्वारा पति की हत्या की बात का खुलासा हुआ था। इस मामले में सोनम उसका प्रेमी राज और भाड़े के तीन हत्यारे फिलहाल जेल में बंद हैं।

सोनम की मां की तरफ से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने इस बात को माना कि इस प्रकार के आयोजन से समाज में एक गलत संदेश फैल सकता है। जिन 11 महिलाओं के नाम के पुतले शूर्पनखा दहन में फूंके जाने थे उनमें मेरठ की मुस्कान रस्तोगी का नाम भी था। मुस्कान ने भी अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति सौरभ राजपूत की पहले तो हत्या की और बाद में उसके मृत शरीर को टुकड़ों में काटा। फिर एक नीले ड्रम में डेड बॉडी को डालकर उसे सीमेंट से जमा दिया था।
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