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ईपीएफओ कर्मचारियों को जल्द ही खुशखबरी मिल सकती है। कर्मचारी भविष्य निधि और श्रम मंत्रालय जल्द ही कर्मचारियों के वेतन को लेकर एक अहम फैसला ले सकते हैं। इसमें कर्मचारी पेंशन योजना (EPS-95) के तहत कर्मचारियों की मूल वेतन सीमा बढ़ाई जा सकती है। कर्मचारियों की न्यूनतम पेंशन 15,000 रुपये से बढ़ाकर 25,000 रुपये किए जाने की संभावना है।
कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफओ) और श्रम मंत्रालय इस मुद्दे पर विचार-विमर्श कर रहे हैं। इस बीच, अगर इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाती है, तो देश के 65 लाख कर्मचारियों को इसका फायदा होगा। कर्मचारियों के वेतन में सीधे तौर पर बढ़ोतरी होगी। यह फैसला ईपीएफओ 3.0 के तहत लिए जाने की संभावना है। कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के मकसद से यह फैसला लिया जाएगा।
सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, कर्मचारी पेंशन योजना (EPS-95) के तहत कर्मचारियों का मूल वेतन 15,000 रुपये से बढ़ाकर 25,000 रुपये करने पर विचार किया जा रहा है। इस बीच, अगर यह फैसला होता है, तो कर्मचारियों के पेंशन फंड में हर महीने 1250 रुपये की बजाय 1083 रुपये जमा होंगे। उम्मीद है कि 2026 में इस संबंध में फैसला लिया जाएगा।
फिलहाल, EPS 95 के तहत आपका मूल वेतन 15,000 रुपये के हिसाब से पेंशन फंड में जमा होता है। अगर आपका वेतन 30 या 40 हज़ार रुपये है, तो पेंशन फंड केवल 15,000 रुपये तक सीमित है। इसमें कर्मचारी और नियोक्ता 12-12 प्रतिशत जमा करते हैं। नियोक्ता द्वारा जमा किया गया 8.33 प्रतिशत पेंशन फंड में जमा होता है। इस बीच अब अगर बेसिक सैलरी बढ़ती है तो 25,000 रुपये के आधार पर पीएफ और पेंशन फंड में पैसा जमा होगा।
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