उपमुख्यमंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने दशहरा रैली के दौरान शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला बोला। शिंदे ने ठाकरे के उस बयान पर सवाल उठाया जिसमें कहा गया था कि उनके पास अब कुछ देने को नहीं है।
शिंदे का बयान-
शिंदे ने पूछा, "जब ठाकरे के पास सब कुछ था, तब उन्होंने किसे क्या दिया?"
-
उन्होंने खुद को बालासाहेब ठाकरे के विचारों का अनुयायी बताया और कहा कि संकट के समय वह लोगों के बीच रहते हैं, घर पर नहीं।
-
शिंदे ने अपनी सरकार और शिवसैनिकों की ओर से बाढ़ पीड़ितों और किसानों को दी गई मदद का भी जिक्र किया।
-
शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर आरोप लगाया कि उन्होंने किसानों की मदद नहीं की और मुंबई नगर निगम के फंड के इस्तेमाल पर सवाल उठाया।
-
शिंदे ने यह भी कहा कि यह परंपरा उन्होंने हमेशा निभाई है कि ठाकरे के भाषण के बाद अपनी बात रखते हैं, और इस बार भी उन्होंने उसी परंपरा का पालन किया।
-
शिंदे का यह बयान शिवसेना के अंदरूनी मतभेद और सत्तासंघर्ष को उजागर करता है।
-
उन्होंने अपनी छवि कर्मठ और जनता के बीच रहने वाले नेता की बनाई और ठाकरे की आलोचना करते हुए सामाजिक और आर्थिक मुद्दों पर फोकस किया।
You may also like
भारत मजबूत आर्थिक विकास पथ पर, अब सबसे बड़ा आर्थिक केंद्र: आरबीआई के पूर्व उप गवर्नर
अखिलेश यादव के निर्देश पर सपा प्रतिनिधिमंडल 4 अक्टूबर को जाएगा बरेली, पीड़ित परिवारों से करेगा मुलाकात
ग्वालियर : ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विकास कार्यों की समीक्षा की, सड़कों पर विशेष ध्यान
पहली बार पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र परिसर से बाहर होगा : हरजोत बैंस
राजस्थान में सस्ती हुई बिजली, उपभोक्ताओं को बड़ी राहत – घरेलू, औद्योगिक और कृषि श्रेणियों में घटे एनर्जी चार्ज