त्योहारी सीजन में ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ को कम करने और सफर को सुगम बनाने के लिए भारतीय रेलवे ने नई योजना लागू की है। इसके तहत स्पेशल ट्रेनों के स्लीपर कोच को जनरल कोच की तरह इस्तेमाल किया जाएगा। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह कदम विशेष रूप से छठ पूजा और अन्य प्रमुख त्योहारों के दौरान यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखकर लिया गया है।
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि स्लीपर कोच को जनरल कोच के रूप में इस्तेमाल करने से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ जाएगी और उन्हें लंबी प्रतीक्षा सूची का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस व्यवस्था के तहत, यात्री स्लीपर कोच में बैठने की सुविधा के साथ सामान्य टिकट पर यात्रा कर सकेंगे। अधिकारियों का कहना है कि यह योजना विशेष रूप से उन समयों के लिए प्रभावी होगी, जब यात्रियों की संख्या अत्यधिक बढ़ जाती है।
धनबाद रेल मंडल ने भी अपने कर्मचारियों के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। मंडल में 26 कर्मचारियों को उनकी सेवानिवृत्ति पर सम्मानित किया गया। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि यह सम्मान उनके वर्षों की सेवा और योगदान के लिए दिया गया। साथ ही, उनके भुगतान को सरल बनाने के लिए आवश्यक कदम भी उठाए गए हैं, ताकि सेवानिवृत्त कर्मचारियों को कोई असुविधा न हो।
रेलवे प्रवक्ता ने बताया कि त्योहारी सीजन में यात्रियों की भीड़ को देखते हुए, धनबाद रेल मंडल सहित पूरे क्षेत्र में अतिरिक्त कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि ट्रेन समय सारणी में बदलाव और कोच व्यवस्था को अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए विशेष तैयारी की गई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि रेलवे की यह पहल यात्रियों के लिए राहत का संदेश है। उन्होंने बताया कि स्पेशल ट्रेनों में स्लीपर कोच का जनरल कोच के रूप में उपयोग करने से लंबी दूरी की यात्रा करने वाले लोगों को काफी मदद मिलेगी। इसके अलावा, इससे ट्रेन में भीड़ नियंत्रित करने में भी मदद मिलेगी।
रेलवे अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि वे टिकट बुकिंग समय पर करें और यात्रा के दौरान सभी नियमों का पालन करें। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से त्योहारी सीजन में सुरक्षा और सुविधा दोनों को प्राथमिकता दी जाएगी।
धनबाद रेल मंडल की यह पहल यह भी दर्शाती है कि रेलवे कर्मचारियों की सेवा और योगदान को भी महत्व दिया जा रहा है। सेवानिवृत्त कर्मचारियों को सम्मानित करने और उनके भुगतान की प्रक्रिया को सरल बनाने के कदम, रेलवे की मानव संसाधन नीति में सुधार का संकेत हैं।
त्योहारों के दौरान यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने यह योजना लागू की है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की पहल से यात्री अनुभव में सुधार होगा और ट्रेनों में यात्रा करना अधिक आरामदायक बनेगा।
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