राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू न केवल प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह धार्मिक आस्था का भी प्रमुख केंद्र माना जाता है। अरावली की पहाड़ियों में बसा माउंट आबू हजारों वर्षों से श्रद्धालुओं और पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता आ रहा है। यहाँ स्थित मंदिर और धार्मिक स्थल न सिर्फ आस्था का प्रतीक हैं, बल्कि यह इतिहास, संस्कृति और स्थापत्य कला के भी जीवंत उदाहरण पेश करते हैं।
दिलवाड़ा जैन मंदिर: अद्भुत शिल्पकला का उदाहरणमाउंट आबू का सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है दिलवाड़ा जैन मंदिर। यह मंदिर 11वीं और 13वीं शताब्दी के बीच बनाए गए थे और जैन तीर्थंकरों को समर्पित हैं। संगमरमर से बने इन मंदिरों की नक्काशी इतनी बारीक है कि देखने वाला हर व्यक्ति मंत्रमुग्ध हो जाता है। विमल वसाही और लूण वसाही मंदिर यहाँ के मुख्य आकर्षण हैं। यह स्थल न केवल जैन धर्मावलंबियों के लिए बल्कि हर पर्यटक के लिए आध्यात्मिक और स्थापत्य कला का अद्वितीय अनुभव देता है।
अचलगढ़ मंदिर और किला: शिवभक्तों की आस्था का केंद्रमाउंट आबू से लगभग 11 किलोमीटर दूर स्थित अचलगढ़ मंदिर और किला भी धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण स्थल है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और यहाँ शिवलिंग के साथ-साथ नंदी की विशाल प्रतिमा भी देखने को मिलती है। इतिहासकार बताते हैं कि इस मंदिर और किले का निर्माण परमार वंश के राजाओं ने करवाया था। शिवरात्रि के समय यहाँ भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।
अर्बुदा देवी मंदिर: माउंट आबू का शक्ति पीठमाउंट आबू का नाम अर्बुदा देवी से जुड़ा हुआ है। कहा जाता है कि इसी देवी के नाम पर इस क्षेत्र का नाम आबू पड़ा। यह मंदिर पहाड़ी की चोटी पर स्थित है और यहाँ पहुँचने के लिए करीब 365 सीढ़ियाँ चढ़नी पड़ती हैं। मान्यता है कि यहाँ पूजा करने से मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं। नवरात्रि के समय यह मंदिर विशेष रूप से सजा होता है और हजारों श्रद्धालु यहाँ दर्शन करने आते हैं।
गुरु शिखर: आध्यात्म और रोमांच का संगमअरावली पर्वत श्रृंखला की सबसे ऊँची चोटी गुरु शिखर भी माउंट आबू के प्रमुख धार्मिक स्थलों में गिनी जाती है। यहाँ दत्तात्रेय भगवान का मंदिर स्थित है। मान्यता है कि भगवान दत्तात्रेय ने इसी स्थान पर तपस्या की थी। यहाँ से माउंट आबू का विहंगम दृश्य देखने को मिलता है। पर्यटकों के लिए यह स्थल धार्मिक आस्था के साथ-साथ रोमांच और प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव भी कराता है।
श्री रघुनाथजी मंदिर: वैष्णव आस्था का प्रतीकनक्की झील के किनारे स्थित श्री रघुनाथजी मंदिर वैष्णव भक्तों के लिए महत्वपूर्ण धाम है। यह मंदिर भगवान विष्णु के अवतार श्री राम को समर्पित है। मंदिर की प्राचीन मूर्तियाँ और शिल्पकला इसे और भी विशेष बनाती हैं। पर्यटक झील की सैर के साथ-साथ यहाँ आकर धार्मिक शांति का अनुभव भी करते हैं।
ब्रह्माकुमारी मुख्यालय: आधुनिक आध्यात्मिक केंद्रमाउंट आबू न केवल प्राचीन धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहाँ स्थित ब्रह्माकुमारी विश्व मुख्यालय भी आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। यहाँ देश-विदेश से लोग ध्यान और योग सीखने आते हैं। शांति वन और ज्ञान सरोवर जैसे केंद्र लोगों को आंतरिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव कराते हैं।
धार्मिक और प्राकृतिक पर्यटन का संगममाउंट आबू आने वाले श्रद्धालु केवल मंदिरों और धार्मिक स्थलों तक ही सीमित नहीं रहते, बल्कि यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता भी उन्हें आकर्षित करती है। नक्की झील, हनीमून पॉइंट, सनसेट पॉइंट और वाइल्डलाइफ़ सैंक्चुअरी इस क्षेत्र को और भी खास बनाते हैं। धार्मिक यात्रा के साथ-साथ पर्यटक यहाँ प्रकृति के अद्भुत नज़ारों का भी आनंद लेते हैं।
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