मझोला क्षेत्र में आठ साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म करने के आरोपी शारिक को महिला पुलिस टीम ने शनिवार रात मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया। मुठभेड़ के दौरान आरोपी के पैर में गोली लगी, जिसके बाद उसे तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी शारिक लंबे समय से बच्ची के साथ दुष्कर्म की वारदातों में शामिल था। स्थानीय लोगों और पीड़िता के परिजनों की शिकायत मिलने के बाद महिला पुलिस टीम ने विशेष अभियान चलाया। अभियान के दौरान आरोपी ने भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उसे घेर लिया और नियंत्रण में लिया।
मुठभेड़ में आरोपी को गोली लगी, जिसे प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी की हालत स्थिर है और पूछताछ के लिए उसे सुरक्षित रखा गया है। इस कार्रवाई से इलाके में सुरक्षा की भावना मजबूत हुई है और जनता में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है।
महिला पुलिस टीम के अधिकारियों ने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि टीम ने विशेष प्रशिक्षण और रणनीति के आधार पर कार्रवाई की, ताकि आरोपी को गिरफ्तार करने में किसी भी प्रकार की कमी न हो।
स्थानीय लोगों ने महिला पुलिस टीम की सराहना की और कहा कि यह कार्रवाई न केवल पीड़ित बच्ची के लिए न्याय सुनिश्चित करेगी बल्कि अन्य अपराधियों के लिए चेतावनी भी होगी। उन्होंने कहा कि महिला पुलिसकर्मियों की भूमिका और साहस ने अपराधियों में डर पैदा किया है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी शारिक के खिलाफ पहले से कई शिकायतें दर्ज हैं और वह पहले भी आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब उसके खिलाफ कानूनी प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाएगी और अन्य घटनाओं में उसकी संलिप्तता की जांच करेगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि महिला पुलिस टीम की इस कार्रवाई ने यह साबित किया कि प्रशिक्षित और साहसी महिला पुलिसकर्मी संवेदनशील मामलों में भी सफलतापूर्वक कार्रवाई कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों और महिलाओं के खिलाफ अपराधों को रोकने के लिए महिला पुलिस की सक्रिय भागीदारी महत्वपूर्ण है।
मुठभेड़ और गिरफ्तारी की खबर फैलते ही स्थानीय समाज और मीडिया में चर्चा शुरू हो गई। लोगों ने उम्मीद जताई कि पुलिस इस तरह की घटनाओं पर लगातार निगरानी रखेगी और अपराधियों को सख्त सजा दिलाएगी।
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें और ऐसे मामलों में महिला और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सहयोग करें। अधिकारियों ने कहा कि इस कार्रवाई से इलाके में कानून और व्यवस्था मजबूत हुई है और अपराधियों के लिए संदेश गया है कि कानून के सामने कोई भी सुरक्षित नहीं है।
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