देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून अब लगभग पूरे क्षेत्र को अपनी जद में ले चुका है। इसके प्रभाव से देश के विभिन्न हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है। कई राज्यों में मूसलाधार वर्षा से जनजीवन प्रभावित है, तो कहीं लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है।
राजधानी दिल्ली में भी मानसून की दस्तकराष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जून महीने के अंतिम दिन अच्छी बारिश दर्ज की गई, जिससे भीषण गर्मी से कुछ राहत जरूर मिली। हालांकि जुलाई के पहले दिन राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में गर्मी और उमस का दौर फिर से लौट आया।
मौसम विभाग (IMD) के अनुसार,
उत्तर भारत में बढ़ी मानसून की सक्रियता"दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में अगले 48 घंटों के भीतर फिर से हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। कहीं-कहीं पर तेज हवाओं और गरज के साथ बौछारें पड़ने की भी संभावना है।"
उत्तर भारत के राज्यों — पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश — में मानसून की सक्रियता बढ़ी है। कई इलाकों में झमाझम बारिश हो रही है, जिससे तापमान में गिरावट आई है। विशेषकर किसानों के लिए यह बारिश खरीफ फसलों की बुआई के लिहाज से लाभकारी मानी जा रही है।
पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में भी वर्षा का असरपूर्वोत्तर के राज्यों — असम, मेघालय, नागालैंड में पिछले कुछ दिनों से लगातार भारी बारिश दर्ज की जा रही है। वहीं दक्षिण भारत के राज्य केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में भी मानसून जोर पकड़ चुका है। कुछ क्षेत्रों में जलभराव और जनजीवन प्रभावित होने की खबरें भी आ रही हैं।
मौसम विभाग की सलाहमौसम विभाग ने कुछ राज्यों में भारी बारिश के अलर्ट के साथ-साथ निचले इलाकों में जलभराव, भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में सतर्कता बरतने की सलाह दी है। साथ ही, यात्रियों और स्थानीय प्रशासन को भी सतर्क रहने को कहा गया है।
निष्कर्ष:देशभर में सक्रिय हुआ मानसून अब हर क्षेत्र में बारिश की सौगात लेकर आया है। जहां एक ओर इससे गर्मी से राहत मिली है, वहीं दूसरी ओर कुछ राज्यों में जलभराव और बाढ़ जैसी स्थितियों की भी आशंका है। दिल्ली-एनसीआर के लोग भी जल्द ही एक बार फिर बारिश की फुहारों का आनंद ले सकते हैं, बशर्ते वे तैयारी और सतर्कता बनाए रखें।
अगर आप चाहें तो मैं आपको राज्यवार वर्षा पूर्वानुमान, बाढ़ संभावित क्षेत्रों की जानकारी, या कृषि पर प्रभाव का विश्लेषण भी दे सकता हूँ।
Ask ChatGPT
You may also like
उत्तराखंड: पांच अवैध मजारों पर चला बुलडोजर, अब तक 537 अवैध मजारें हुई ध्वस्त
कोरबा में बारिश का कहर : 30 घरों में घुसा नाले का पानी
कांग्रेस ने 57 साल के शासनकाल में आदिवासियों की अनदेखी की, विकास के लिए कुछ नहीं किया : उपमुख्यमंत्री साव
राजिम मेला स्थल पर आवश्यक निर्माण कार्य के लिए 20.23 करोड़ स्वीकृत
नाबालिग के अपहरण व दुष्कर्म का आरोपी गिरफ्तार