पाइप लाइन बिछाकर टंकी भी लगा दी, करोड़ों खर्च के बाद भी नहीं मिल रहा साफ पानी
अनूपपुर, 25 जून (Udaipur Kiran) । पुष्पराजगढ़ जनपद पंचायत के 80 फीसदी स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में जल जीवन मिशन के तहत बच्चों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा है। सभी स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में पीएचई विभाग द्वारा ठेकेदार के माध्यम से पाइपलाइन का कनेक्शन कर छतों पर टंकी रखवा दी गई है। जिन विद्यालयों में बोरवेल ही नहीं है या बोर ड्राई हैं वहां भी विभाग ने नल फिटिंग का कार्य करवा कर भुगतान कर दिया है, लेकिन विद्यार्थियों को पानी नहीं मिल पा रहा।
बिना बोरवेल कराए ही जब नल जल योजना का कार्य कराया जा रहा था, तब पीएचई विभाग के अधिकारियों द्वारा कहा गया था कि जहां बोरवेल नहीं है वहां हम बोर कराएंगे लेकिन विभाग ने आज तक एक भी बोरवेल नहीं कराया। अब बरसात में विद्यार्थियों को कहीं हैंडपंप तो कहीं कुएं का पानी पीने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। ग्राम पंचायत मोहदी के प्राथमिक शाला राय गढ़िया टोला विद्यालय के शिक्षक बताते हैं कि विद्यालय में कभी भी बोरवेल नहीं हुआ न ही कभी नल जल का कनेक्शन हुआ। हम कुएं का ही पानी शुरू से पी रहे हैं। उनका कहना है कि विद्यालय एवं आंगनबाड़ी के विद्यार्थी कुएं का गंदा पानी पीने के लिए मजबूर हैं, जिससे बीमारी फैलने की आशंका बनी रहती है।
इसी तरह पड़रिया के प्राथमिक विद्यालय टिकरा टोला जहां पानी की टंकी लगाई गई थी। वह टूट-फूट कर क्षतिग्रस्त हो गई है और आज तक उसमें पेयजल की व्यवस्था नहीं बनाई गई है। विद्यालय के बगल में ही आंगनबाड़ी केंद्र और स्वास्थ्य केंद्र भी हैं। इन दोनों संस्थानों में भी पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं होने से विद्यार्थियों एवं स्वास्थ्य केंद्र में जाने वाले मरीजों को पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ता है। अब इस संबंध में एसडीओ पुष्पराजगढ़ दीपक साहू का कहना है कि विद्यालय व आंगनबाड़ी केंद्रों में बोरवेल की स्वीकृत अब तक नहीं मिली है, इसलिए बोरवेल नहीं कराया गया है।
(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला
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