उज्जैन, 27 जून (Udaipur Kiran) । इस वर्ष के श्रावण-भादौ मास की बाबा महाकाल की पहली सवारी 14 जुलाई को और शाही सवारी 18 अगस्त को निकलेगी। इस बार सभी सवारियां अलग-अलग थीम पर निकलेगी। सवारियों के दौरान धार्मिक स्थलों, मंदिरो के महत्व को दर्शाती हुई झाकियों का प्रदर्शन एलईडी स्क्रीन के माध्यम से किया जाएगा। साथ ही प्रदेश के जनजातिय सांस्कृतिक कार्यक्रमों,लोकनृत्यों की प्रस्तुती दी जाएगी।
यह जानकारी महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक प्रथम कौशिक ने कलेक्टर रौशनकुमार सिंह की अध्यक्षता में सवारी व्यवस्था के संबंध में आयोजित बैठक में दी। उन्होने बताया कि विभिन्न विभागों को सवारी के दौरान दायित्व सौपे गए हैं। सीसीटीवी कैमरा की जिम्मेदारी स्मार्ट सिटी, बैरिकेटिंग लोक निर्माण विभाग को, लाइटिंग कार्य एमपीईबी को, एंबुलेंस व स्वास्थ्य व्यवस्था चिकित्सा विभाग को, पानी टैंकर की व्यवस्था पीएचई को, गोपाल मंदिर कंट्रोल रूम व्यवस्था मंदिर समिति को, पालकी तथा रथ टेस्टिंग व्यवस्था पीडब्ल्यूडी को, सवारी में लगने वाले हाथियों की व्यवस्था वन विभाग को, सुरक्षा व्यवस्था पुलिस विभाग को, नदी में लगने वाली बोट की व्यवस्था होमगार्ड को सौंपी गई है।
—————
(Udaipur Kiran) / ललित ज्वेल
You may also like
Andhar Maya: एक डरावनी यात्रा जो लालच और भूतों से भरी है
जेफ बेजोस और लॉरेन सांचेज़ की भव्य शादी में शामिल हुए सितारे
संविधान में समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष शब्दों की समीक्षा जरूरी : जितेंद्र सिंह
पंजाब में ISI समर्थित BKI आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़, पिस्तौल और गोला-बारूद समेत 3 आरोपी गिरफ्तार
भगवान बलभद्र का रथ फंसा, पुरी रथयात्रा के दौरान 600 से ज्यादा लोग घायल