New Delhi, 16 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) .
युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने अहमदाबाद को 2030 शताब्दी राष्ट्रमंडल खेलों के लिए प्रस्तावित मेज़बान शहर के रूप में अनुशंसा किए जाने को “Indian खेलों के लिए एक ऐतिहासिक पल” बताया है. उन्होंने कहा कि यह फैसला भारत के खेल इतिहास में एक बड़ा मील का पत्थर साबित होगा.
डॉ. मांडविया ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा, “2030 के शताब्दी राष्ट्रमंडल खेलों के लिए अहमदाबाद को प्रस्तावित मेज़बान शहर के रूप में अनुशंसित करने के लिए मैं कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स की कार्यकारी बोर्ड का आभारी हूं. यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत की वैश्विक खेल शक्ति के रूप में बढ़ती प्रतिष्ठा को दर्शाता है.”
उन्होंने कहा कि यह विकास भारत के 2036 ओलंपिक खेलों की मेज़बानी के सपने को भी मजबूती देगा.
उन्होंने कहा, “यह केंद्र सरकार की दृष्टि के अनुरूप एक बड़ा कदम है. हाल ही में नई दिल्ली में सफलतापूर्वक विश्व पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप का आयोजन कर भारत ने अपनी संगठन क्षमता साबित की है. बीते एक दशक में विश्व स्तरीय खेल अवसंरचना, नीतिगत सुधारों, खेल विज्ञान और वित्तीय सहयोग के ज़रिए हम ‘चैंपियनों का देश’ बनने की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं.”
मांडविया ने कहा कि भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों में हमेशा शानदार प्रदर्शन किया है और यह सिफारिश भारत के बढ़ते खेल प्रभाव का प्रमाण है.
गौरतलब है कि कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स की कार्यकारी बोर्ड ने अहमदाबाद को 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेज़बानी के लिए प्रस्तावित शहर के रूप में अनुशंसित किया है. यह अनुशंसा अब 26 नवंबर 2025 को होने वाली जनरल असेंबली में अनुमोदन के लिए रखी जाएगी.
2030 के राष्ट्रमंडल खेल शताब्दी वर्ष में आयोजित होंगे और 74 सदस्य देशों के बीच सहयोग, समावेशिता और खेल उत्कृष्टता का प्रतीक बनेंगे. यह आयोजन भारत के वैश्विक खेल केंद्र बनने के विज़न को भी और मज़बूती देगा.
—————
(Udaipur Kiran) दुबे
You may also like
आतंकवाद, गैंगस्टरों और नशा तस्करी के खिलाफ अभियान जारी : डीआईजी बॉर्डर रेंज नानक सिंह
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कृषि आय बढ़ाने के लिए किसानों को पूर्ण सहायता का दिया आश्वासन
Dhanteras 2025 : धनतेरस पर बृहस्पति की चाल में बदलाव, मेष से कन्या राशि वालों के जीवन में आएंगे ऐसेपरिवर्तन
फाइनल डेस्टिनेशन: ब्लडलाइन - हॉरर फ्रैंचाइज़ी की नई कड़ी अब स्ट्रीमिंग पर
72 साल के कारोबारी हुए 'डिजिटल अरेस्ट' का शिकार