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हिमाचल में अगले चार दिन चल में भारी बारिश का अलर्ट

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शिमला, 10 अगस्त (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बीती रात भी वर्षा हुई, वहीं आज रविवार को भी बादलों के छाने से मौसम खराब बना हुआ है और बारिश की संभावना बनी हुई है। विभाग ने आज ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन व सिरमौर जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, अगले चार दिन मॉनसून और रफ्तार पकड़ेगा और राज्य में मूसलाधार वर्षा हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 11 से 14 अगस्त तक राज्य के अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा का आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, 15 व 16 अगस्त को येलो अलर्ट रहेगा।

मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक़ शनिवार रात से रविवार सुबह तक कांगड़ा में सबसे ज्यादा 68 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। वहीं, मुरारी देवी व पालमपुर में 52-52 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।

राज्य में लगातार हो रही बारिश से सामान्य जनजीवन पर असर पड़ा है और कई स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं।

भूस्खलन से एक नेशनल हाइवे व 359 सड़कें बंद

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार राज्य भर में भूस्लखन से रविवार सुबह तक एक नेशनल हाइवे व 359 सड़कें बंद रहीं। वहीं 145 बिजली ट्रांसफार्मर व 520 पेयजल स्कीमें ठप रहीं। मंडी जिला में सबसे ज्यादा 214 सड़कें बाधित रहीं। जबकि कुल्लू में 91 व कांगड़ा में 22 सड़कें अवरूद्व हैं। कुल्लू जिला में नेशनल हाइवे 305 जहेड खनग के पास अवरुद्ध है। मंडी जिला में 85 और कुल्लू जिला में 50 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हैं। राज्य विद्युत बोर्ड ने अधिकतर खराब पड़े ट्रांसफार्मरों को ठीक कर दिया है। इसके अलावा कुल्लू जिला में 367, मंडी में 78 व कांगड़ा जिला में 72 पेयजल स्कीमें ठप रहीं।

मॉनसून सीजन में 219 पहुंची मृतकों की संख्या

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार मॉनसून सीजन में अब तक राज्य भर में वर्षा जनित हादसों में 219 लोगों की मौत हुई है, 37 लापता हैं और 315 घायल हुए। मंडी जिला में सबसे ज्यादा 43 लोगों की मौत हुई है। कांगड़ा जिला मेें 32, चंबा में 26, शिमला में 21, कुल्लू में 18, किन्नौर में 16, सोलन में 15, हमीरपुर व उना में 13-13, बिलासपुर व सिरमौर में 8-8, लाहौल-स्पीति में छह लोगों की मौत हुई है।

2036 घर क्षतिग्रस्त, 502 घर पूरी तरह गिरे

रिपोर्ट के अनुसार राज्य भर में मॉनसून सीजन के दौरान 2036 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। इनमें 502 घर पूरी तरह ध्वस्त हुए हैं। इसके अलावा 298 दुकानें व 1932 पशुशालाएं भी धराशायी हुईं। राज्य में अब तक भूस्खलन की 53, बाढ़ की 58 और बादल फटने की 30 घटनाएं हो चुकी हैं। मॉनसून सीजन में अब तक बारिश से 1988 करोड़ का नुकसान आंका गया है। इनमें लोकनिर्माण विभाग को सबसे ज्यादा 1055 करोड़ का नुकसान हुआ है, जबकि जलशक्ति विभाग को 681 करोड़ का नुकसान पहुंचा है।

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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा

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