भोपाल, 30 अप्रैल . मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में हिंदू छात्राओं को निशाना बनाकर दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग करने वाले मुस्लिम युवकों के गिरोह का भयावह चेहरा सामने आया है. मामले में बुधवार को बड़ा खुलासा हुआ है. आरोपी फरहान छात्राओं के वीडियो पोर्न साइट्स पर बेचने की तैयारी में था. यह आइडिया उसे आरोपी अबरार और नबील ने दिया था, क्योंकि फरहान को इंदौर में रह रही छात्रा इग्नोर करने लगी थी. फरहान की तमाम धमकियों के बाद भी छात्रा उससे मिलने को राजी नहीं होती थी. वह उसके इंदौर स्थित घर में भी हंगामा कर चुका था. छात्रा और उसकी बहन को सबक सिखाने फरहान ने साथी अबरार और नबील के साथ प्लानिंग की. यह दोनों कॉलेज में उसके जूनियर रहे और बेहद विश्वसनीय थे.
ऐसे में अबरार और नबील ने फरहान को पोर्न साइट्स पर वीडियो बेचने का रास्ता बताया. इन दोनों ने ही अपने मोबाइल से ऑनलाइन पोर्न वीडियो बेचने की डील करने का तरीका सीखा. उन्हें भनक नहीं थी कि इस बीच उनकी शिकायत हो चुकी है. पुलिस गुपचुप तरीके से उनकी जांच कर रही है. 13 अप्रैल को जब फरहान की गिरफ्तारी की गई, तब अबरार और नबील भोपाल में थे. फरहान के पकड़े जाने की भनक लगते ही दोनों अलग-अलग फरार हो गए.
पूरे केस के पांचवे और छठवें नंबर के इन दोनों आरोपियों की भूमिका भी अहम हुआ करती थी. दोनों ही आरोपी लड़कियों को अपने कमरे में कभी पढ़ाई तो कभी पार्टी के नाम पर बुलाया करते थे. यहां पहले से फरहान व अन्य साथी मौजूद होते थे. कमरों के खास स्थानों में पहले ही मोबाइल वीडियो रिकार्डिंग के साथ सेट कर दिए जाते थे. पार्टी के नाम पर लाउड म्यूजिक के साथ गांजे से भरी सिगरेट लड़कियों को दी जाती थी.
मामले में मंगलवार को एक और सामूहिक दुष्कर्म की पीड़िता पुलिस के सामने आई, जिसने टीआईटी कॉलेज की अपनी सहपाठी के साथ हुई हैवानियत की दिल दहलाने वाली कहानी बयान की. पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल से बरामद वीडियो के आधार पर पीड़िता तक पहुंचकर यह खुलासा किया. बुधवार तक तक इस गिरोह की शिकार पांच लड़कियां सामने आ चुकी हैं, जबकि छह अन्य के शिकार होने की आशंका है. पुलिस ने मुख्य आरोपित फरहान और साहिल को रिमांड पर लिया है, जबकि अली से पूछताछ जारी है. मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच दल (एसआईटी) इंदौर तक साक्ष्य जुटाने पहुंचा.
भोपाल के टीआईटी कॉलेज की एक छात्रा ने पुलिस को बताया कि मुख्य आरोपित फरहान उसका सहपाठी था. उसने दोस्ती का झांसा देकर उसे अशोका गार्डन थाना क्षेत्र के एक मकान पर बुलाया. वहां फरहान के साथ उसका दोस्त अली भी मौजूद था. दोनों ने मिलकर छात्रा के साथ जबरन सामूहिक दुष्कर्म किया. पीड़िता की गुहार के बावजूद दरिंदों ने उसकी एक न सुनी. इस हैवानियत का वीडियो भी बनाया. इसी वीडियो के जरिए पीड़िता को ब्लैकमेल किया जाता रहा. डर के साये में जी रही छात्रा तब सामने आई, जब पुलिस ने फरहान और अली की गिरफ्तारी के बाद उनके मोबाइल से यह वीडियो बरामद किया.
महिला पुलिस अधिकारियों की काउंसलिंग के बाद पीड़िता ने हिम्मत जुटाकर बागसेवनिया थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसे अशोका गार्डन थाने में स्थानांतरित किया गया. इस गिरोह की दरिंदगी के सुबूत जुटाने के लिए भोपाल पुलिस की एसआईटी, एसीपी रजनीश कश्यप की अगुवाई में इंदौर पहुंची. एक पीड़िता ने अपनी शिकायत में इंदौर के एक मकान में दुष्कर्म का आरोप लगाया था.
एसआईटी ने भंवरकुआं थाना क्षेत्र में छात्रा के कमरे की तलाशी ली और घटना से जुड़े साक्ष्य इकट्ठे किए. देर रात टीम भोपाल लौट आई. पुलिस का मानना है कि इस गिरोह का नेटवर्क भोपाल से इंदौर तक फैला हुआ है, और जांच में और भी खुलासे हो सकते हैं.
बैरागढ़ और श्यामला हिल्स थानों में दर्ज दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग के मामलों में बुधवार को एक और नाबालिग पीड़िता सामने आई. अरेरा हिल्स की इस पीड़िता ने आरोपी जावेद और जोया पर गंभीर आरोप लगाए. उसने बताया कि जावेद और जोया उसे दोस्ती और पैसे का लालच देकर बुलाते थे. ब्लैकमेल कर अन्य मुस्लिम युवकों के साथ संबंध बनाने का दबाव डालते थे. पीड़िता ने जावेद के अलावा अन्य आरोपियों के नाम भी पुलिस को बताए. पुलिस अब इन नामों की जांच कर रही है. काउंसलिंग के जरिए अन्य संभावित पीड़िताओं तक पहुंचने की कोशिश में है.
पुलिस ने इस मामले में अब तक चार आरोपियों फरहान, साहिल, अली और साद को गिरफ्तार किया है. फरहान और साहिल बागसेवनिया थाने की रिमांड में हैं, जबकि अली से अशोका गार्डन थाने में पूछताछ हो रही है. साद को जेल भेज दिया गया है. पुलिस ने बुधवार को टीआईटी कॉलेज के पास सील किए गए एक रेस्टोरेंट पर क्राइम सीन का रिक्रिएशन भी किया, जहां आरोपियों से घटनाओं के बारे में पूछताछ की गई. पुलिस को फरहान के मोबाइल से 10-12 अन्य युवतियों के वीडियो मिले हैं, जिनकी जांच साइबर फॉरेंसिक टीम कर रही है.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए शिक्षण संस्थानों में अपराध रोकने के सख्त निर्देश दिए हैं. पुलिस इस संगठित गिरोह के पूरे नेटवर्क को उजागर करने के लिए गहन जांच कर रही है.
फरहान, अली, साद और साहिल सभी बेहद साधारण परिवारों से हैं. इसके बाद भी फरहान साढ़े तीन लाख रुपये की स्पोर्ट्स बाइक के साथ महंगे फोन रखता था. ठीक इसी तरह अन्य आरोपियों का लाइफ स्टाइल था. शहर के महंगे रेस्टोरेंट में उनका बैठना उठना था. हजारों रुपए रोज खर्च किया करते थे. पुलिस को आरोपियों को क्रिकेट के सट्टे से जुड़े होने के भी प्रमाण मिले हैं. लिहाजा पुलिस आरोपियों के फंडिंग कनेक्शन की भी जांच कर रही है.
तोमर
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