Next Story
Newszop

नए ऑटो ब्लॉक कमीशनिंग के साथ पूसीरे डिजिटल रेलवे नेटवर्क की ओर अग्रसर

Send Push

गुवाहाटी, 22 जुलाई (Udaipur Kiran) । पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (पूसीरे) ने 22.9 रूट किमी कवर करते हुए अलुआबाड़ी-गाइसल-पांजीपाड़ा सेक्शन पर 21 जुलाई को स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग को सफलतापूर्वक चालू किया, जो रेलवे की बुनियादी संरचना के आधुनिकीकरण और परिचालन दक्षता में सुधार के अपने निरंतर प्रयासों में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) कपिंजल किशोर शर्मा ने मंगलवार को बताया कि इस सेक्शन में तीन स्टेशन अलुआबाड़ी रोड, गाइसल और पांजीपाड़ा के साथ-साथ तीन ऑटो हट और 14 समपार फाटक शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, सात मौजूदा इंजीनयरी समपार फाटकों को नए स्वचालित सिग्नलों के साथ इंटरलॉक किया गया है, जिससे समपारों पर संरक्षा में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।

उन्होंने बताया कि यह महत्वपूर्ण विकास पूसीरे के चल रहे आधुनिकीकरण प्रयासों का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य ट्रेन परिचालन को बढ़ाना, हेडवे को कम करना और लाइन क्षमता में सुधार करना है। इसके साथ ही पूसीरे ने आमबाड़ी फालाकाटा से पांजीपाड़ा तक 87.57 आरकेएम का एबीएस कवरेज पूरा कर लिया है, जो सिग्नलिंग आधुनिकीकरण में एक बड़ा कदम है।

सीपीआरओ ने बताया है कि ओल्ड मालदा से गुवाहाटी तक 702 किमी लंबी सेक्शन के लिए पूर्ण स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग कार्य को मंजूरी मिल चुकी है। इससे पहले, अलुआबाड़ी- आमबाड़ी फालाकाटा सेक्शन पर 66 किमी का कार्य सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है। इसके अलावा, 2025-26 के दौरान पांजीपाड़ा-ओल्ड मालदा, आमबाड़ी फालाकाटा-जलपाईगुड़ी और न्यू कूचबिहार-जोराई सेक्शनों को क्रियान्वित करने की योजना है। शेष सेक्शनों पर सक्रिय रूप से कार्य चल रहा है और उसे जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा। यह चरणबद्ध दृष्टिकोण एक अधिक कुशल रेल नेटवर्क के लिए व्यवस्थित, क्षेत्र-व्यापी सिग्नलिंग के अपग्रेड के प्रति पूसीरे की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

उन्होंने बताया कि इसके चालू होने के बाद, नए सिग्नलिंग प्रणाली से लैस इस सेक्शन पर चलने वाली पहली ट्रेन 22301 अप हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस थी, जो 13:40 बजे पांजीपाड़ा और 13:53 बजे गाइसल से गुजरी। इसके बाद, ट्रेन संख्या 20503 डाउन राजधानी एक्सप्रेस नई प्रणाली पर 14:05 बजे अलुआबाड़ी से गुजरने वाली पहली ट्रेन बन गई। इस अपग्रेड के साथ, पूसीरे यात्री और माल परिवहन दोनों के लिए अधिक सुरक्षित, विश्वसनीय और कुशल रेल परिचालन सुनिश्चित करने में अत्याधुनिक रेल तकनीकों को अपनाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित कर रही है।———–

(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय

Loving Newspoint? Download the app now