रांची, 19 जुलाई (Udaipur Kiran) । कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने केंद्र सरकार से राज्य के लघु वनोपज के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि की मांग की है। उन्होंने इस संबंध में केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुएल ओराम को शनिवार को पत्र लिखकर कई ठोस सुझाव दिए हैं।
मंत्री तिर्की ने इस संबंध में प्रेस रिलीज विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि झारखंड में बड़ी संख्या में लोग लाह, करंज बीज, महुआ, साल बीज, जंगली शहद और चिरौंजी जैसे वनोपजों पर निर्भर हैं, जो न केवल आय का मुख्य स्रोत हैं बल्कि जैविक कृषि और पर्यावरण संरक्षण में भी सहायक हैं। लेकिन इन उत्पादों का एमएसपी वर्तमान बाजार दर से काफी कम है। इससे आदिवासी समुदाय को उचित लाभ नहीं मिल पा रहा।
उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि कुसमी लाह का एमएसपी 275 रुपये है, जबकि बाजार मूल्य 730 से 750 रुपये प्रति किलो है। इसी तरह जंगली शहद का एमएसपी 225 रुपये और बाजार मूल्य 600-800 रुपये के बीच है। चिरौंजी, महुआ, करंज और साल बीज जैसे अन्य उत्पादों के साथ भी यही स्थिति है।
मंत्री ने एमएसपी का पुनर्निर्धारण वैज्ञानिक आधार पर करने, उसमें यथोचित वृद्धि करने, मूल्य निर्धारण प्रक्रिया में कृषि विशेषज्ञों को शामिल करने और राज्यों के सहयोग से एक केंद्रीय मूल्य मॉनिटरिंग प्रणाली बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि इन मांगों पर जल्द कार्रवाई होने से आदिवासी समाज और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई मजबूती मिलेगी।
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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar
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