नई दिल्ली, 23 जुलाई (Udaipur Kiran) । बांग्लादेश में सैन्य विमान हादसे में घायलों के इलाज के लिए भारत विशेषज्ञ चिकित्सकों और नर्सों का दल ढाका भेज रहा है। बांग्लादेश की वायुसेना का चीन निर्मित एक ट्रेनर फाइटर जेट 21 जुलाई को ढाका के माइलस्टोन स्कूल एंड कॉलेज की इमारत से टकरा कर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें कम-से-कम 31 लोगों की मौत हो गई। दुखद बात यह है कि मृतकों में ज्यादातर स्कूली बच्चे शामिल हैं।
विदेश मंत्रालय की तरफ से मंगलवार रात कहा गया कि, जरूरी चिकित्सा सहायता के साथ ‘बर्न विशेषज्ञ चिकित्सकों और नर्सों की टीम पीड़ितों के इलाज के लिए जल्द ही बांग्लादेश के ढाका जाएगी। बर्न-स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की टीम मरीजों की स्थिति का आकलन करेगी और जरूरत के हिसाब से भारत में आगे के इलाज और विशेष देखभाल की सिफारिश करेगी। जानकारी के मुताबिक, ढाका जाने वाली टीम में दिल्ली के राममनोहर लोहिया अस्पताल और सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टर शामिल हैं।
सोमवार को बांग्लादेश की वायुसेना के एक ट्रेनर फाइटर जेट एफ-7 बीजीआई प्रशिक्षण विमान में उड़ान भरने के तत्काल बाद तकनीकी खराबी आ गई थी और यह ढाका के माइलस्टोन स्कूल एवं कॉलेज की इमारत से टकरा गया था। हादसे में मरने वालों की संख्या कम-से-कम 31 है, जबकि 165 घायलों का इलाज ढाका के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।
बांग्लादेश के प्रमुख समाचार पत्र प्रोथोम आलो के मुताबिक हादसे के बाद मंगलवार को बड़ी संख्या में लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर मृतकों के बारे में सही जानकारी सार्वजनिक करने के साथ वायुसेना की ओर से उपयोग में लाए जा रहे पुराने व असुरक्षित ट्रेनर फाइटर जेट को तत्काल हटाए जाने की मांग की।इस भीषणतम घटना को लेकर लोगों में इतनी नाराजगी है कि अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार जब घटनास्थल का दौरा करने पहुंचे तो लोगों ने उनका घेराव कर लिया। बाद में इन अधिकारियों को स्कूल भवन में शरण लेनी पड़ी और भारी सुरक बंदोबस्त के बीच उन्हें सुरक्षित निकाला गया। —————
(Udaipur Kiran) पाश
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